नई दिल्ली, 10 अप्रैल . कोटक म्यूचुअल फंड के प्रेसिडेंट और चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर (सीआईओ), हर्षा उपाध्याय ने गुरुवार को कहा कि लंपसम करने के लिए यह सबसे अच्छा समय नहीं है, निवेशकों को सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिए निवेश जारी रखना चाहिए.
उपाध्याय ने समाचार एजेंसी से बातचीत करते हुए कहा, “लंपसम माध्यम से निवेशकों को तब शेयर बाजार में निवेश करना चाहिए, जब वैल्यूएशन आकर्षक हो, फिलहाल शेयर बाजार में वैल्यूएशन औसत है. इस कारण से लंबी अवधि का नजरिया रखते हुए निवेशकों को एसआईपी माध्यम से निवेश करना चाहिए.”
2025 में निफ्टी के प्रदर्शन को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उपाध्याय ने कहा, “आने वाले समय में आय दोहरे अंकों में बढ़ेगी और इसी के अनुरूप बाजार का प्रदर्शन रहेगा.”
उन्होंने अमेरिका की ओर से रेसिप्रोकल टैरिफ को 90 दिनों के लिए टालने और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा रेपो रेट में कटौती पर कहा कि जब तक टैरिफ को लेकर नीति स्पष्ट नहीं हो जाती है, तब तक बाजारों में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी. साथ ही कहा कि केंद्रीय बैंक द्वारा रेपो रेट में कटौती एक अच्छा कदम है और इससे ग्रोथ को सहारा मिलेगा, लेकिन छोटी अवधि में वैश्विक संकेत, अच्छे घरेलू संकेतों पर हावी रहेंगे.
कोटक म्यूचुअल फंड के सीआईओ ने अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वार के जवाब में कहा, “हमें देखना होगा कि इसका मांग पर क्या असर होगा. हालांकि, टैरिफ में चीन के मुकाबले भारत की स्थिति काफी बेहतर है.”
एफआईआई की वापसी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उपाध्याय ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) अधिक वैल्यूएशन के कारण बिकवाली कर रहे थे और अब बाजार में गिरावट आ चुकी है, लेकिन बड़े एफआईआई इनफ्लो की वापसी के लिए यह काफी नहीं है. इसके लिए वैश्विक स्तर पर माहौल में स्थिरता भी आवश्यक है.
वित्त वर्ष 24 की चौथी तिमाही के आय सीजन को लेकर कोटक म्यूचुअल फंड के सीआईओ ने कहा, “हमारा मानना है कि पिछली तिमाहियों की तरह जनवरी-मार्च तिमाही का आय सीजन भी मिलाजुला रह सकता है. इस कारण आय सीजन में बाजार में कंसोलिडेशन देखने को मिल सकता है.”
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एबीएस/