यह हम सब के लिए विफलता है, हमें अपना कर्तव्य बेहतर ढंग से निभाना चाहिए था : एमसीडी अधिकारी (लीड-1)

नई दिल्ली, 31 जुलाई . दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर के अंदर हुई तीन छात्रों की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले को लेकर उग्र छात्र भी काफी ज्यादा रोष में हैं और लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.

इनमें से कई छात्र हैं जो अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं. इसके बाद उन्हें समझाने का प्रयास किया जा रहा है.

बुधवार सुबह भी एमसीडी के एडिशनल कमिश्नर भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों को समझाने और उनसे संवाद करने उनके पास पहुंचे. छात्रों से संवाद करने के दौरान एडिशनल कमिश्नर का कहना है कि “यह हम सभी के लिए विफलता है. हमें अपना कर्तव्य बेहतर ढंग से निभाना चाहिए था.”

ओल्ड राजिंदर नगर की घटना के बाद एमसीडी के अतिरिक्त आयुक्त तारिक थॉमस ने उन सभी प्रदर्शनकारी छात्रों से बातचीत की जो 27 जुलाई को कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में बारिश का पानी भर जाने से 3 छात्रों की मौत के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठे हैं.

छात्रों से बात करते हुए, एमसीडी के अतिरिक्त आयुक्त तारिक थॉमस ने कहा, “यह हम सभी के लिए विफलता है और व्यक्तिगत रूप से मेरे लिए भी. यह हमारे लिए एक अधिकारी के रूप में विफलता है कि यह घटना हुई. ऐसा नहीं होना चाहिए था. हमें अपना कर्तव्य बेहतर ढंग से निभाना चाहिए था, कोई बहाना नहीं है.”

इस दौरान छात्रों ने उनसे कई सवाल पूछे. अपने सवालों में छात्रों ने यह भी कहा कि आप खुद एक तैयारी करने वाले छात्र रहे होंगे. अगर आप इस तरीके की चुनौतियों से जूझते तो क्या आप अधिकारी बन पाते.

तमाम सवालों के साथ छात्रों का कहना है कि वह तब तक अपना धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल नहीं खत्म करेंगे जब तक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती.

पीकेटी/