चंडीगढ़, 4 दिसंबर . शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने श्री अकाल तख्त साहिब परिसर में बुधवार को पार्टी के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल हुए हमले को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इसे दरबार साहिब पर हमला बताया है.
मजीठिया ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह हमला दरअसल “सुखबीर सिंह बादल पर नहीं, बल्कि दरबार साहिब पर” किया गया था. उन्होंने आरोप लगाया कि गिरफ्तार हमलावर नारायण सिंह चौरा खालिस्तान समर्थक नहीं हैं, वह पाकिस्तान के आईएसआई का एजेंट है.
मजीठिया ने नारायण सिंह चौरा के बड़े भाई के कांग्रेस नेता सुखजिंदर रंधावा से संबंध होने का दावा किया. उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों का हवाला देते हुए कहा, “यह हमला राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता से प्रेरित नहीं था, बल्कि एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा था. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन की विफलता के कारण ऐसी घटनाएं हो रही हैं. यह हमला सुखबीर सिंह बादल पर नहीं था, बल्कि यह सचखंड श्री दरबार साहिब पर हमला था. नारायण सिंह चौरा के खिलाफ कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं और वह लगातार एजेंसियों के रडार पर हैं. पुलिस की मौजूदगी में यह घटना हुई, जो पुलिस की विफलता को दर्शाता है.”
मजीठिया ने नारायण सिंह चौरा के भाई के कांग्रेस नेता सुखजिंदर रंधावा से संबंधों का खुलासा करते हुए कहा कि सुखजिंदर रंधावा के साथ उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर उपलब्ध हैं, जो उनके रिश्ते को स्पष्ट करती हैं. उन्होंने सवाल किया कि जब नारायण सिंह चौरा दरबार साहिब आए, तो पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां क्या कर रही थीं? नारायण सिंह चौरा खालिस्तानी समर्थक नहीं है, बल्कि एक पाकिस्तान के आईएसआई एजेंट के रूप में काम कर रहा है. यह हमले की गंभीरता को और भी बढ़ाता है.
अमृतसर के स्वर्ण मंदिर के प्रवेश द्वार पर बुधवार को एक शख्स ने सुखबीर सिंह बादल पर गोलियां चलाई थी. हालांकि गोली दीवार में लगी और शिरोमणि अकाली दल नेता सुरक्षित बच गए. मौके पर मौजूद लोग और सुरक्षाकर्मियों ने हमलावर को पकड़ लिया.
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पीएसके/एकेजे