‘अपने समाज की उन्नति के बारे में सोचें’, संजय निषाद के देश छोड़ने वाले बयान पर हुसैन दलवई का पलटवार

मुंबई, 13 मार्च . होली और रमजान का जुमा एक दिन पड़ने के कारण जारी चिंता के बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेता हुसैन दलवई ने गुरुवार को समाचार एजेंसी से खास बात की. उन्होंने संजय निषाद के विवादित बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें मुस्लिम समाज की बजाय निषाद समाज की उन्नति के बारे में सोचना चाहिए.

उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा था कि जिन्हें रंगों से परहेज है, वे देश छोड़कर चले जाएं. हुसैन दलवई ने संजय निषाद के इस बयान की आलोचना की. उन्होंने कहा, “यह देश उनके बाप का नहीं है, उन्हें पहले यह सोचना चाहिए कि निषाद समाज को ब्राह्मण समाज किस तरीके से देखता है. ब्राह्मण समाज अब भी निषाद समाज के लोगों को पानी नहीं देते होंगे, पूजा नहीं करने देते होंगे. निषाद समाज एक पिछड़ा समाज है. ऐसे में उन्हें यह देखना चाहिए कि हिंदू समाज में उन्हें कैसे समानता मिलेगी?”

कांग्रेस नेता ने कहा, “होली खेलने को मैं कभी गलत नहीं मानता. मुसलमानों को इसका विरोध नहीं करना चाहिए. लेकिन होली के दिन मुसलमानों के ऊपर रंग डालना गलत है और मस्जिदों के ऊपर डालना तो बिल्कुल गलत है.”

महाराष्ट्र के समाजवादी पार्टी विधायक अबू आजमी के मुगल शासक औरंगजेब की तारीफ को हुसैन दलवई ने गलत बताया. उन्होंने कहा, “आजमी ने बिल्कुल गलत कहा. उन्हें पता होना चाहिए कि औरंगजेब ने अपने बाप को जेल में डाला. भाई दारा शिकोह को जेल में बहुत बेरहमी से मार डाला. उसने अपनी बहनों को जेल में डाला और 70 लोगों का कत्ल करके राजा बना. औरंगजेब ने सभी बाहरी लोगों को सरदार बनाया, यहां के मुसलमानों को सरदार नहीं बनाया. ऐसे में अबू आजमी को इतना गलत काम करने वाले आदमी की तारीफ नहीं करनी चाहिए. उनके इस बयान पर मेरा विरोध है.”

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