‘इन्हें देश में रहने का कोई हक नहीं’, ओवैसी के जय फिलिस्तीन नारा लगाने पर बोले वरिष्ठ वकील हरिशंकर जैन

नई दिल्ली, 26 जून . सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील हरिशंकर जैन ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर एआईएमआईएम के सांसद असदुद्दीन ओवैसी की संसद सदस्यता रद्द करने की मांग की है. उन्होंने से इस संबंध में विस्तारपूर्वक बात की.

उन्होंने से कहा, “शपथ लेने के दौरान जिस तरह से ओवैसी ने जय फिलिस्तीन का नारा लगाया, यह बहुत गंभीर और विचारणीय प्रश्न है. ऐसे में सवाल यह पैदा होता है कि क्या भारत में रहने वाला कोई व्यक्ति किसी दूसरे देश के प्रति इतना समर्पित हो सकता है कि वो लोकतंत्र के मंदिर में ही उस देश के नाम का जयकारा लगा दे? क्या भारत में रहने वाले किसी व्यक्ति की दूसरे देश के प्रति श्रद्धा हो सकती है? ओवैसी शपथ लेते समय जय फिलिस्तीन का नारा लगा रहे हैं. इन्होंने जय भारत का नारा नहीं लगाया. इन्हें इस नारे की जरूरत नहीं लगी, लेकिन जय फिलिस्तीन का नारा लगा रहे हैं.“

उन्होंने आगे कहा, “ओवैसी एक वकील हैं, उन्हें पता है कि आर्टिकल 102 के तहत उनकी संसद सदस्यता रद्द हो सकती है, लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने ऐसा नारा लगाया. वास्तव में उन्होंने ऐसा भड़काने के मकसद से किया. उन्होंने यह नारा देश में वैमनस्य पैदा करने के मकसद से किया. इसलिए मैंने राष्ट्रपति को इस संबंध में एक प्रार्थना पत्र भेजकर यह निवेदन किया है कि उनकी संसद सदस्यता रद्द की जाए. इसके अलावा, निर्वाचन आयोग से इस संबंध में रिपोर्ट मंगाई जाए. अगर भारत में रहने वाला कोई व्यक्ति किसी दूसरे देश के प्रति समर्पित है, तो वह किसी भी संवैधानिक पद पर रहने के योग्य नहीं है.“

दरअसल, ओवैसी ने संसद में मंगलवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ ली थी. इस दौरान, उन्होंने जय फिलिस्तीन का नारा लगा दिया था. इस पर संसद में जोरदार हंगामा हुआ. बीजेपी नेताओं ने ओवैसी के इस कदम की आलोचना की. सभी एक सुर से यही कह रहे हैं कि उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं, राष्ट्रपति को पत्र लिखकर ओवैसी की संसद सदस्यता रद्द करने की मांग करने वाले हरिशंकर जैन चर्चा में आ गए.

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