नई दिल्ली, 29 मई . सॉफ्टवेयर इंजीनियर, सिस्टम इंजीनियर और प्रोग्रामिंग एनालिस्ट उन तीन टॉप नौकरियों में शामिल है, जिनमें फ्रैश ग्रेजुएट्स की मांग सबसे अधिक है. बुधवार को आई एक रिपोर्ट में ये जानकारी दी गई है.
रिपोर्ट में बताया गया कि एंट्री लेवल जॉब के लिए डिजाइन, एनालिस्ट्स और प्रोग्रामिंग टॉप स्किल हैं, जिनकी मांग सबसे अधिक है.
सालाना आधार पर ऑन-साइट यानी कार्यस्थल पर नौकरी में 15 प्रतिशत की गिरावट हुई है. वहीं, हाइब्रिड नौकरियों में 52 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है.
लिंक्डइन प्रोफेशनल नेटवर्क की ओर से जारी की गई एक रिपोर्ट में बताया गया है कि नौकरी परिदृश्य में बदलाव नए ग्रेजुएट्स को चुनने और आगे बढ़ने के लिए कार्य व्यवस्था की एक विस्तृत रेंज प्रदान करता है.
आगे कहा गया कि बैचलर डिग्री के साथ युवा पेशेवरों को लिए यूटिलिटी तेजी से बढ़ती हुई इंडस्ट्री है.
इसके अलावा ऑयल, गैस एवं माइनिंग, रियल एस्टेट, सामानों की रेंटल सर्विसेज और कंज्यूमर सर्विसेज में नए ग्रेजुएट्स के लिए नौकरियां तेजी से बढ़ रही हैं.
रिपोर्ट में बताया गया कि जिन लोगों को पास बैचलर डिग्री नहीं है. उनके पास भी नौकरी के काफी सारे अवसर हैं, जिसमें शिक्षा, टेक्नोलॉजी और मीडिया सेक्टर शामिल है.
लिंक्डइन करियर एक्सपर्ट और इंडिया सीनियर मैनेजिंग एडिटर, निरजिता बनर्जी की ओर से कहा गया है कि कई स्किल आज के समय इंडस्ट्रीज में हस्तांतरणीय हैं. एआई के आने से कई फील्ड में टेक से जुड़े रोजगार बढ़ रहे हैं. इस कारण से कंपनियां विविध शैक्षणिक पृष्ठभूमि वाले पेशेवरों की तलाश कर रही हैं.
रिपोर्ट में बताया गया कि तेजी से बढ़ रहे मास्टर डिग्री होल्डर्स को भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर और डेटा एनालिस्ट के पद पर नियुक्त किया जा रहा है.
रिपोर्ट में कहा गया कि जिन लोगों के पास डिग्री नहीं है. वे भी सॉफ्टवेयर, सेक्रेटरी और डिजाइन इंजीनियर जैसे पदों पर नौकरी प्राप्त कर सकते हैं.
–
एबीएस/