‘यह लोग संविधान को बदलना चाहते हैं’, भाजपा पर निशाना साधते विपक्षी सांसद बोले

नई दिल्ली, 11 फरवरी . संसद के बजट सत्र में हिस्सा लेने पहुंचे विपक्ष के नेताओं ने कई मुद्दों पर अपनी बात रखी. इसमें प्रमुख रूप से संविधान निर्माता बाबा साहेब आंबेडकर और इंडिया अलायंस शामिल है.

कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 400 पार के नारे पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि अब यह साफ जाहिर हो रहा है कि आखिर क्यों उन्होंने 400 पार का नारा दिया था, क्योंकि वो बाबा साहेब आंबेडकर के बनाए संविधान को अपनी सुविधा के अनुरूप बदलना चाहते थे. इस संविधान की प्रतिलिपि हम सांसदों को मुहैया कराई जाती है. जानबूझकर बाबा साहेब आंबेडकर का तिरस्कार किया जा रहा है, जिसे हम सांसद किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेंगे. इसी को देखते हुए हम सांसदों ने यह फैसला किया है कि हम बाबा साहेब आंबडेकर का अपमान नहीं होने देंगे और जो ऐसा करेगा, उसके खिलाफ हम अपना रोष जाहिर करेंगे. इसी को देखते हुए हम सभी इंडिया गठबंधन के सांसदों ने सदन से बहिर्गमन करने का फैसला किया है.

उन्होंने आगे कहा कि हम संविधान के साथ थे, हैं और हमेशा रहेंगे. हम बाबा साहेब आबंडेकर के संविधान को किसी भी कीमत पर भाजपा सरकार द्वारा नहीं बदलने देंगे. हम इस दिशा में आखिरी सांस तक संघर्ष करते रहेंगे. भाजपा के लोग संविधान के मूल स्वरूप को आगे चलकर बदलना चाहते हैं. यही नहीं, ये लोग दलितों के आरक्षण पर भी प्रहार कर रहे हैं. जिसे हम किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं. हम इस दिशा में अपनी लड़ाई जारी रखेंगे.

टीएमसी सांसद सागरिका घोष ने भी मीडिया से बातचीत में केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा पिछले दिनों संसद में आंबेडकर के संदर्भ में दिए बयान की आलोचना की.

उन्होंने कहा कि जिस तरह से केंद्रीय गृह मंत्री ने पिछले दिनों बाबा साहेब आंबडेकर के संदर्भ में बयान दिया था, वो हमारे संविधान निर्माता का पूरी तरह से अपमान था, जिसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. संविधान को अपमानित किया गया. जब हम संविधान दिवस का उत्सव मना रहे थे, ठीक उसी वक्त केंद्रीय गृह मंत्री ने बाबा साहेब आंबेडकर को अपमानित किया.

उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा एक ऐसी पार्टी है, जो हर दिन संविधान की हत्या कर रही है. भाजपा की सरकार व‍िपक्ष शास‍ित किसी भी राज्य सरकार को पैसा नहीं दे रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे रहे हैं. यह लोग संविधान को खत्म करना चाहते हैं. इन लोगों का मकसद ही यही है, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे. इसी को देखते हुए हम सभी लोगों ने संसद के बहिर्गमन का फैसला किया है.

उन्होंने कहा कि भाजपा आरक्षण को समाप्त कर रही है. संवैधानिक ढांचे को खत्म कर करना चाहती है, जिस पर रोष व्यक्त करने के लिए हम लोगों ने संसद से बहिर्गमन करने का फैसला किया है.

एनसीपी (सपा) सांसद फौजिया खान ने भी मीडिया से बातचीत में केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने मोदी सरकार के दोहरे चरित्र को उजागर किया. उन्होंने कहा कि जहां एक तरफ यह लोग दावा कर रहे हैं कि हम संविधान के रक्षक हैं, तो वहीं दूसरी तरफ यह लोग संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं. यह लोग संविधान को बदलने का प्रयास कर रहे हैं. संविधान को कोई बदल नहीं सकता है. अगर यह लोग साजिशन संविधान को बदलने का प्रयास करेंगे, तो हम ऐसा नहीं होने देंगे. आज की तारीख में चुनावी प्रणाली में भी गड़बड़ी की जा रही है, जिसे देखते हुए हम सभी इंडिया गठबंधन के नेताओं ने संसद का बहिर्गमन कर विरोध जताया है. हम लोग किसी भी कीमत पर बाबा साहेब आंबेडकर का अपमान नहीं होने देंगे.

वहीं, मैनपुरी से समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने मीडिया से बातचीत में उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार में प्रदेश में विकास का पहिया थम चुका है. युवाओं की हालत खराब है. स्वास्थ्य और शिक्षा का बजट कम किया गया है. यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वो बुनियादी जरूरतों को पूरा करें, लेकिन सरकार इस दिशा में कोई कदम नहीं उठा रही है. सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है. प्रदेश की अर्थव्यवस्था थम चुकी है.

एसएचके/