वाराणसी : कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गंगा में चलने वाली सभी मोटर बोट पर लगेगी रेट लिस्ट

वाराणसी, 4 जनवरी . महाकुंभ को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं. आस्था की संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी को लगने जा रहे महाकुंभ को लेकर एक पूरा महाकुंभ नगर बसा दिया गया है. प्रयागराज में विभिन्न अखाड़ों का छावनी प्रवेश भी शुरू हो चुका है. भव्य और दिव्य पेशवाई ने आमजन को मुग्ध किया है तो वहीं वाराणसी में भी कुंभ का व्यापक असर देखा जा रहा है.

महाकुंभ की तैयारियों के लिए केवल प्रयागराज ही नहीं, बल्कि वाराणसी में भी लगातार अधिकारियों की बैठक हो रही है. पूरे कुंभ के दौरान वाराणसी में 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. इसी को देखते हुए प्रशासन ने गंगा में चलने वाली सभी मोटर बोट पर रेट लिस्ट लगाने का फैसला किया है जो नाव चलाने वालों के साथ पर्यटकों के लिए भी बहुत फायदे का सौदा साबित होने जा रहा है.

किसी भी तीर्थ पर विशेष अवसर के समय जुटने वाली बड़ी भीड़ स्थानीय साधन और संसाधनों की मांग बहुत बढ़ा देती है. ऐसे में श्रद्धालुओं की ओर से भी कई बार यह शिकायत आती है कि उनसे किसी सेवा और चीज के बदले बहुत अधिक चार्ज कर लिया गया. उनको ठगी का शिकार होने का भय रहता है. वहीं, मांग में वृद्धि के कारण स्थानीय दुकानदारों या सेवा प्रदाताओं को शिकायत होती है कि उनको ग्राहकों से उचित रकम नहीं मिल पा रही है.

ऐसे में सरकार का ये फैसला सभी पक्षों के लिए सही है. इस बारे में बात करते हुए स्थानीय निवासी गौरव द्विवेदी ने को बताया, “काशी के घाटों पर अब नाव पर रेट लिस्ट चिपकेगी. यह सरकार की तरफ से बहुत अच्छी पहल है. क्योंकि अभी यह सीजन चल रहा है और बनारस में अगर देखा जाए तो कुछ दिनों से पर्यटन एकाएक बढ़ रहा है. यदि कोई ऐसा पर्यटक बनारस आता है जिसकी कोई जान-पहचान नहीं होती है तो सबसे बड़ी शिकायत यही सामने आती है कि नाव वालों ने ओवरचार्ज कर दिया. ऐसे में यह सरकार की बड़ी अच्छी पहल है.”

उन्होंने आगे कहा कि रेट लिस्ट के हिसाब से पेमेंट तय हो जाएगा. पर्यटकों की सुविधाओं को अगर देखा जाए तो ये बहुत अच्छी चीज है. साथ ही इसमें नाव वालों का भी पक्ष देखते हुए दाम को मार्केट रेट से थोड़ा सा ऊपर रखा गया है. क्योंकि सीजन के समय में बहुत पर्यटक आते हैं जिससे डिमांड बढ़ते ही रेट काफी ज्यादा हो जाते हैं. ऐसे में नाव वालों को भी इस रेट लिस्ट से शिकायत नहीं होगी. सरकार ने काफी अच्छे से रेट तय किए हैं और देखा जाए तो टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा रहा है.

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