मुंबई, 13 अप्रैल पांच-पांच बार आईपीएल खिताब जीत चुकी मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच रविवार को दिन के दूसरे मैच में महामुकाबला होगा. दोनों ही टीम इस टूर्नामेंट के इतिहास की सबसे सफलतम टीमें रही हैं. दोनों के कप्तान जरूर बदल चुके हैं लेकिन दोनों की जंग के किस्से बहुत पुराने हैं. आइए आंकड़ों के जरिए जानते हैं कि इस बार कौन किस पर भारी पड़ सकता है :
वानखेड़े में चेन्नई का हाल बेहाल
चेन्नई और मुंबई आईपीएल इतिहास की दो सफलतम टीमों में से हैं. दोनों ने पांच-पांच बार ख़िताब हासिल किए हैं. अब ये दोनों 37वीं बार आमने-सामने होंगे. अभी तक मुंबई की टीम चेन्नई पर भारी पड़ी है. वहीं वानखेड़े मैदान में तो मुंबई का दबदबा और भी बढ़ जाता है, जबकि चेन्नई इस मैदान पर अपना सबसे कमज़ोर प्रदर्शन करती आई है. कुल मिलाकर मुंबई ने 20 मैच जीते हैं तो वहीं चेन्नई को 16 मैचों में जीत मिली है. वहीं वानखेड़े में मुंबई11 में से सात मैच जीतने में क़ामयाब रही है. चेन्नई का यह किसी टीम के ख़िलाफ़ एक मैदान पर सबसे ख़राब प्रदर्शन है जहां उनका जीत का प्रतिशत मात्र 36.3 रह जाता है. हालांकि पिछले पांच मैचों में चेन्नई ने चार जीते हैं तो मुंबई मात्र एक ही मैच जीतने में क़ामयाब हो पाई है.
स्वीप और स्कूप निकलवाएंगे रन
वानखेड़े में पिछले कुछ वर्षों से स्वीप और स्कूप पर बहुत रन आए हैं, पिछले कुछ वर्षों से ये शॉट इस मैदान पर ख़ासे प्रचलित रहे हैं. इन शॉट पर वानखेड़े से अधिक रन किसी और मैदान पर नहीं बने हैं और मुंबई ऐसी टीम रही है जिसने इन शॉट्स से सबसे अधिक रन निकाले हैं. दूसरी ओर चेन्नई पिछले दो वर्षों में इन शॉट्स पर रन बनाने वाली सबसे कमज़ोर टीम रही है. आईपीएल 2022 से सूर्यकुमार यादव ने इस शॉट्स पर किसी भी खिलाड़ी से अत्यधिक रन बनाए हैं. इस मैदान पर इन शॉट्स से 391 गेंद में 956 रन बने हैं. मुंबई ने जहां 252 गेंद में 638 रन बनाए हैं, तो चेन्नई 174 गेंद में सबसे कम 374 रन ही बना पाई है. सूर्यकुमार ने यहां इन शॉट्स पर 20 पारियों में 184 रन बनाए हैं. वहीं वानखेड़े में उन्होंने आठ पारियों में 102 रन बनाए हैं.
सूर्यकुमार की कमज़ोरी जडेजा
सूर्यकुमार (52 रन, 19 गेंद) ने पिछले मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के ख़िलाफ़ धमाकेदार पारी खेली थी. इस बार उनके सामने चेन्नई है, जिनके ख़िलाफ़ उनका स्ट्राइक रेट 126 का रहा है, जो बाक़ी नौ टीमों में सबसे कम है. यह चेन्नई ही है जिनके ख़िलाफ़ सूर्यकुमार की कमज़ोरी सामने आई है. रवींद्र जडेजा का सूर्यकुमार के ख़िलाफ़ कमाल का रिकॉर्ड है. जब सूर्यकुमार की गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ सबसे कम स्ट्राइक रेट की बात आती है तो उसमें शीर्ष चार में बायें हाथ के स्पिनर हैं, जिनमें से दो चेन्नई के हैं. जडेजा के अलावा सूर्यकुमार, मिचेल सैंटनर पर भी फंसते नज़र आते हैं. जडेजा के ख़िलाफ़ सूर्यकुमार 12 पारियों में चार बार आउट हुए हैं, जबकि केवल 62 रन बनाए हैं, तो वहीं सैंटनर के ख़िलाफ़ उन्होंने आठ पारियों में 52 रन बनाए हैं और तीन बार आउट हुए हैं.
दीपक चाहर बन सकते हैं ख़तरा
इस टूर्नामेंट में दीपक चाहर को नई गेंद के गेंदबाज़ के तौर पर जाना जाता है. इस बार उन्होंने पावरप्ले में अपने पांच में से चार विकेट लिए हैं और उन्हें वानखेड़े में मज़ा आ सकता है. चाहर का वानखेड़े में अच्छा पावरप्ले रिकॉर्ड है, जहां उन्होंने 10 मैचों में 20 की औसत से 10 विकेट लिए हैं. मुंबई के गेंदबाज़ों को छोड़कर पावरप्ले में 10 विकेट अन्य किसी गेंदबाज़ ने यहां पर नहीं लिए हैं. चाहर का इशान किशन और रोहित शर्मा के ख़िलाफ़ भी अच्छा रिकॉर्ड है, जहां रोहित को उन्होंने तीन बार आउट किया है. ऐसे में सूर्यकुमार को जल्दी मैदान पर देखा जा सकता है, जिनका चाहर के ख़िलाफ़ अच्छा रिकॉर्ड है, जो केवल एक ही बार उन पर आउट हुए हैं.
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आरआर/