मध्य प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध में आएगी कमी, अपराधियों पर रहेगी एमपी पुलिस की पैनी नजर

भोपाल, 28 सितंबर . मध्य प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध पर अब लगाम लगने वाली है. मध्य प्रदेश पुलिस ने अपराध करने वालों पर कड़ी नजर रखने का फैसला लिया है.

बता दें कि पिछले कुछ महीनों में राज्य के ग्रामीण और शहरी दोनों हिस्सों में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के मद्देनजर इस संबंध में निर्णय लिया गया. मध्य प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुधीर सक्सेना ने सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे महिलाओं के विरुद्ध अपराध में शामिल लोगों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करें और यह सुनिश्चित करें कि उन्हें अदालत से सजा मिले.

डीजीपी सुधीर सक्सेना ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) को पिछले 10 वर्षों में महिलाओं के खिलाफ अपराध में शामिल लोगों की सूची तैयार करने के निर्देश दिए हैं. मध्य प्रदेश पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) ने को बताया, “सभी एसपी को पिछले कई वर्षों से महिलाओं के खिलाफ अपराध में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए कहा गया है. उनमें से कई जमानत पर बाहर होंगे या जिले से बाहर होंगे, लेकिन वे पुलिस की कड़ी निगरानी में रहेंगे.”

डीजीपी सक्सेना ने शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में उन्होंने भोपाल और इंदौर के पुलिस कमिश्नरों समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सुनिश्चित करें कि प्रदेश के सभी स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का पालन हो.

सक्सेना ने कहा, “भोपाल और इंदौर के पुलिस आयुक्तों के साथ-साथ सभी पुलिस अधीक्षकों को स्कूल में बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर जिला प्रशासन और अन्य सभी संबंधित विभागों के साथ बैठक करने के निर्देश दिए गए हैं.”

सक्सेना ने कहा, “स्थानीय क्षेत्र की पुलिस अपने विशेष अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत ब्लैक स्पॉट की पहचान करेगी तथा सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए अपनी सिफारिशें भेजेगी.”

हाल ही में भोपाल में एक नाबालिग के साथ उसके शिक्षक ने बलात्कार किया और उसकी हत्या कर दी तथा उसका शव पड़ोसी के फ्लैट की पानी की टंकी से बरामद किया गया.

आरके/जीकेटी