जेपीसी की बैठक में जोरदार हंगामा, विपक्षी दलों ने किया वॉकआउट

नई दिल्ली, 28 अक्टूबर . वक्फ (संशोधन) विधेयक – 2024 पर विचार- विमर्श करने के लिए बुलाई गई जेपीसी की बैठक में सोमवार को भी जबरदस्त हंगामा हुआ. विपक्षी दलों के सांसदों ने आरोप लगाया कि बैठक में फर्जी प्रजेंटेशन दिया जा रहा है और इसी पर चर्चा भी कराई जा रही है.

सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली वक्फ बोर्ड के प्रजेंटेशन के दौरान विपक्षी दलों ने उसकी वैधता पर ही सवाल उठाते हुए हंगामा शुरू कर दिया. विपक्षी सांसदों की तरफ से तर्क दिया गया कि दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी पहले ही जेपीसी अध्यक्ष जगदंबिका पाल को पत्र लिखकर यह अनुरोध कर चुकी हैं कि दिल्ली वक्फ बोर्ड की रिपोर्ट का संज्ञान नहीं लिया जाए. बताया जा रहा है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड की रिपोर्ट में वक्फ संपत्तियों को लेकर कई तरह की गड़बड़ियों का जिक्र किया गया है. विपक्षी दलों के इन आरोपों पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच जोरदार बहस हुई.

इसके बाद विपक्षी सांसदों ने बैठक से वॉकआउट कर दिया. हालांकि थोड़ी देर बाद विपक्षी सांसद फिर से बैठक में शामिल हो गए. आपको बता दें कि, जेपीसी ने वक्फ संशोधन कानून पर सुझाव देने के लिए सोमवार को दिल्ली वक्फ बोर्ड, हरियाणा वक्फ बोर्ड, पंजाब वक्फ बोर्ड, उत्तराखंड वक्फ बोर्ड, सुप्रीम कोर्ट एवं हाई कोर्ट के पूर्व न्यायाधीशों के समूह कॉल फॉर जस्टिस और वक्फ किराएदार कल्याण संघ को बुलाया है. अब जेपीसी की बैठक 29 अक्टूबर को भी होगी. केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय के प्रतिनिधि मंगलवार को एक बार फिर से जेपीसी की बैठक में मंत्रालय की तरफ से अहम प्रजेंटेशन देंगे.

आपको बता दें कि, जेपीसी की बैठक में सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच लगातार तीखी बहस हो रही है. विपक्षी सांसद जहां सत्ता पक्ष के सांसदों के रवैए पर सवाल उठा रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ सत्ता पक्ष के सांसद विपक्षी सांसदों के रवैए पर सवाल खड़ा कर रहे हैं.

इससे पहले , 22 अक्टूबर को हुई जेपीसी की बैठक के दौरान तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने बैठक में हंगामे के माहौल के बीच टेबल पर रखी कांच की पानी की बोतल को टेबल पर पटक कर फोड़ दिया था. इससे कल्याण बनर्जी को चोट भी लग गई. इसके बाद उन्होंने बोतल के टूटे हुए हिस्सों को चेयरमैन की तरफ उछाल दिया था. उसी दिन, जेपीसी की बैठक में बहुमत के आधार पर टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी को उनके व्यवहार के लिए जेपीसी की बैठक से एक सत्र ( एक दिन ) के लिए निलंबित कर दिया गया था.

एसटीपी/