पवन कल्याण की फिल्म रिलीज से पहले सिनेमाघरों को बंद करने की कोई बात नहीं : दिल राजू

हैदराबाद, 26 मई . प्रसिद्ध टॉलीवुड निर्माता दिल राजू ने सोमवार को आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण की फिल्म रिलीज से पहले आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में सिनेमाघरों को बंद करने के किसी भी कदम से इनकार किया.

दिल राजू ने संवाददाताओं से कहा कि किसी में भी पवन कल्याण की फिल्म ‘हरि हरा वीरा मल्लू’ की रिलीज को रोकने की हिम्मत नहीं है, जो 12 जून को रिलीज होने वाली है.

तेलंगाना राज्य फिल्म विकास निगम के अध्यक्ष दिल राजू ने आरोप लगाया कि कुछ निहित स्वार्थी तत्व झूठी अफवाहें फैला रहे हैं.

उन्होंने स्पष्ट किया कि वह ऐसी किसी बैठक का हिस्सा नहीं थे, जिसमें सिनेमाघरों को बंद करने का फैसला किया गया हो या तेलुगु फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स ने ऐसा कोई संकेत दिया हो. उन्होंने पूछा कि कोई पवन कल्याण की फिल्म को रोकने के बारे में क्यों सोचेगा, जो एक बड़े स्टार हैं और जिनके बहुत सारे प्रशंसक हैं.

19 अप्रैल को आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले के थिएटर मालिकों और वितरकों ने फैसला किया कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे अपने थिएटर बंद कर देंगे. दिल राजू ने कहा कि बाद में उन्होंने अपना रुख नरम कर लिया क्योंकि निर्माताओं ने थिएटर मालिकों की समस्याओं को समझा.

निर्माता ने यह भी कहा कि आंध्र प्रदेश के अन्य हिस्सों और तेलंगाना में भी प्रदर्शकों ने प्रतिशत प्रणाली जैसी कुछ मांगें की हैं. हालांकि, उन्होंने दावा किया कि थिएटर बंद करने का मुद्दा कभी भी किसी बैठक के एजेंडे में नहीं था.

पिछले कुछ दिनों से अफवाहें थीं कि पवन कल्याण की फिल्म के लिए थिएटर बंद हो सकते हैं. जून में ‘भैरवम’, ‘थग लाइफ’ और ‘कुबेरा’ जैसी फिल्में भी रिलीज होने वाली हैं.

दिल राजू ने कहा कि अफवाहों से भ्रम की स्थिति पैदा हुई और आंध्र प्रदेश सरकार नाराज हो गई.

आंध्र प्रदेश के पर्यटन और सिनेमेटोग्राफी मंत्री कंदुला दुर्गेश, जो पवन कल्याण के नेतृत्व वाली जन सेना के नेता हैं, ने सिनेमाघरों को बंद करने के आह्वान के पीछे एक साजिश का आरोप लगाया. उन्होंने यह पता लगाने के लिए जांच की भी मांग की कि बंद का आह्वान किसने किया.

पवन कल्याण ने स्वयं एक बयान जारी कर टॉलीवुड की आलोचना की और कहा कि जब टीडीपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार इसे उद्योग का दर्जा देने और इसे और विकसित करने पर विचार कर रही है, तो टॉलीवुड इसके प्रति न्यूनतम सम्मान नहीं दिखा रहा है.

पीएसके