वोटिंग टर्न आउट को लेकर कोई पारदर्शिता नहीं है : केजरीवाल

नई दिल्ली, 22 मई . दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वोटिंग टर्न आउट को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि एक दिन चुनाव आयोग कहता है कि 52 प्रतिशत वोट पड़े और 6 दिन बाद कहता है कि 62 पर्सेंट वोट पड़े. ऐसे में 10 प्रतिशत वोट कहां से बढ़े, इसको लेकर कोई पारदर्शिता नहीं है. पूर्व चुनाव आयुक्त भी मानते हैं कि वोटिंग टर्नआउट का डाटा रियल टाइम आ सकता है.

उन्होंने उम्मीद जताई कि सुप्रीम कोर्ट इस पर पारदर्शिता के पक्ष में फैसला देगा.

बुधवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली में वकीलों के एक समूह को संबंधित कर रहे थे. यहां उन्होंने कहा कि आज जो हमारे देश के अंदर चल रहा है, वह खतरनाक है. चुनाव के बीच में उनकी गिरफ्तार के जरिए एक संदेश दिया गया है. प्रधानमंत्री एक स्पेशल प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, जिसका नाम है ‘वन नेशन, वन लीडर’.

केजरीवाल ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत जो विपक्षी नेता उनके खिलाफ बोलते हैं, उन्हें जेल में डाल दिया जाएगा. जो उनके अनुसार चलते हैं, उन्हें बख्श दिया जाएगा. इस व्यवस्था को बदलने के लिए आप सभी इंडिया गठबंधन को जिताने का प्रयास करें.

केजरीवाल ने कहा, “हेमंत सोरेन को जेल में डाल दिया गया. मुझे गिरफ्तार किया गया. मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, संजय सिंह को जेल में डाल दिया. ममता बनर्जी के कई मंत्रियों को जेल में डाल दिया. तेजस्वी यादव और पिनाराई विजयन के खिलाफ मुकदमे कर रखे हैं, उन्हें कभी भी जेल में डाला जा सकता है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन के कई मंत्रियों को जेल में डाला है. देश में विपक्ष का कोई ऐसा मुख्यमंत्री नहीं बचा, जिसके ऊपर इन्होंने केस नहीं कर रखा हो.”

केजरीवाल ने कहा कि महाराष्ट्र में एनसीपी और शिवसेना पार्टी के दो टुकड़े कर दिए. केजरीवाल ने रूस का हवाला देते हुए कहा, “रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने सारे विपक्ष को जेल में डाल दिया या फिर मरवा दिया, फिर चुनाव कराया. ऐसे ही बांग्लादेश में शेख हसीना ने विपक्ष के नेताओं को जेल में डाल दिया और राष्ट्रपति चुनाव जीत गईं. पाकिस्तान में इमरान खान को जेल में डाल दिया गया. उसकी पार्टी और पार्टी सिंबल भी छीन लिया और फिर चुनाव जीत गए.”

केजरीवाल ने शराब घोटाले को पूरी तरह से फर्जी बताया. उन्होंने कहा कि इस फर्जी घोटाले में मुझे और मेरी सरकार के कई मंत्रियों को जेल में डाल दिया गया. 500 से ज्यादा रेड हो चुकी हैं. कभी कहते हैं 100 करोड़ का घोटाला है, अभी पिछले हफ्ते चार्जशीट में कहा गया कि 1,100 करोड़ रुपए का घोटाला है. लेकिन, हैरानी की बात है कि आज तक कहीं एक चवन्नी तक रिकवरी नहीं हुई. कहीं कोई जमीन, संपत्ति, कुछ रिकवर नहीं हुआ.

जीसीबी/एबीएम