हमारे नेताओं के बीच कोई नाराजगी नहीं: चंद्रशेखर बावनकुले

Mumbai , 18 नवंबर . Maharashtra Government में मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने Wednesday को मंत्रिमंडल की बैठक में कुछ नेताओं के शामिल नहीं होने को उनकी नाराजगी से जोड़े जाने पर आपत्ति जताई.

उन्होंने समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई गई. इस बैठक में कुछ मंत्री शामिल नहीं हुए. वजह यह है कि कार्यकर्ताओं से संबंधित कुछ चुनाव होने हैं. इस चुनाव में उनकी व्यस्तता की वजह से वे बैठक में शामिल नहीं हो पाए. मंत्रिमंडल की बैठक में इस अनुपस्थिति को उनकी नाराजगी से जोड़ना किसी भी मायने में उचित नहीं है.

मंत्री ने बताया कि यह मंत्रिमंडल की बैठक मुख्य रूप से दो मुद्दों को लेकर आहूत की गई थी, जिसमें प्रमुख रूप से बुनियादी ढांचे का विकास और दूसरा जंगलों में तेंदुआ देखे जाने का मुद्दा शामिल है. मंत्रिमंडल की बैठक का मुख्य मुद्दा यही रहा. इसे लेकर चर्चा का दौर जारी था. कार्यकर्ताओं से संबंधित चुनाव की वजह से हमारे कुछ मंत्री शामिल नहीं हुए, जिसे कुछ लोगों ने उनकी नाराजगी से जोड़ दिया, जो बिल्कुल भी ठीक नहीं है. इन बातों में बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है.

उन्होंने कहा कि स्थानीय चुनावों में आमतौर पर लोग सस्ती राजनीति का फायदा उठाने के लिए कभी उस दल में तो कभी दूसरे दल में शामिल हो जाते हैं, लेकिन इससे उन्हें कोई ठोस फायदा नहीं होता है. ऐसे ये लोग Political फायदा अर्जित करने के लिए करते हैं, जिनका सत्यता से कोई सरोकार नहीं होता है.

चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि हमारे नेताओं और मंत्रियों के बीच में कोई नाराजगी नहीं है. अगर हमारे बीच में किसी भी प्रकार की नाराजगी होती भी है तो उसके लिए पार्टी की तरफ से दूसरी बैठक बुलाई जाती है. ऐसे विषयों को लेकर कैबिनेट की बैठक में कोई चर्चा नहीं होती है.

उन्होंने कहा कि नि:संदेह ऐसा देखने को मिला है कि जब स्थानीय चुनाव में किसी नेता को अपनी पार्टी की तरफ से टिकट नहीं मिलता है तो वो दूसरी पार्टी का दामन थाम लेते हैं. मान लीजिए, अगर किसी को भाजपा की तरफ से टिकट नहीं मिला तो वो कांग्रेस या शिवसेना का दामन थाम लेता है. इसी तरह से अगर किसी को शिवसेना की ओर से टिकट नहीं मिला तो वो भाजपा का दामन थाम लेता है. इस तरह का व्यवहार लोग करते हैं ताकि अपने लिए Political माहौल को अपने पक्ष में कर सकें, लेकिन इससे कोई अपेक्षित फायदा नहीं पहुंच पाता है.

एसएचके/डीकेपी