पटना, 9 मार्च . बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बिहार के गोपालगंज में इन दिनों हनुमंत कथा कह रहे हैं. उनके इस कार्यक्रम को लेकर सियासत भी खूब हो रही है. केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है कि उनके सत्संग का कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं है.
जीतन राम मांझी ने कहा, “संतों के बिहार में सत्संग करने पर उनका कोई राजनीतिक मकसद नहीं होता है. वे अपने धर्म और सनातन संस्कृति के लिए यहां आते हैं. हम भी उनकी इस पहल की सराहना करते हैं. अगर कोई यह कहता है कि उनका कोई राजनीतिक उद्देश्य है, तो वह गलत है.”
कांग्रेस और राजद के गठबंधन को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा, “यह साफ दिखाई दे रहा है कि वे कहां हैं और हम कहां हैं. वे केवल सत्ता प्राप्ति के लिए संघर्ष कर रहे हैं, उनका कोई ठोस उद्देश्य नहीं है. वहीं, एनडीए में एकजुटता है और हम 225 सीटों के साथ चुनाव जीतेंगे.”
नीतीश कुमार के स्वास्थ्य को लेकर विपक्ष द्वारा उठाए गए सवालों पर मांझी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, “जो लोग ऐसे आरोप लगा रहे हैं, उनका दिमाग और आंखें दोनों खराब हैं. नीतीश कुमार प्रगति यात्रा कर रहे हैं. विपक्ष मुद्दा विहीन है और बेवजह की बातों को तूल देने में लगा हुआ है.”
दलित मुद्दे पर चिराग पासवान और उनकी पार्टी के बीच बढ़ती दूरी पर मांझी ने कहा, “चिराग पासवान और हमारी पार्टी अलग-अलग काम कर रही हैं. इसमें कोई परेशानी नहीं है. बूंद-बूंद से तालाब भरता है, और हम सब मिलकर तालाब भर देंगे.”
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने गोपालगंज में हनुमंत कथा के दौरान कहा कि अगर हिंदू अकेले रहेंगे तो वे टूट जाएंगे, लेकिन अगर वे एकजुट होकर रहेंगे तो कोई भी उन्हें तोड़ नहीं सकता. अगर कुत्ते को एक पत्थर मारा जाए तो वह भाग जाएगा, लेकिन वही पत्थर अगर मधुमक्खी के छत्ते पर मारा जाए तो आपको ही भागना पड़ेगा. इसका मतलब यह है कि कुत्ता अकेला था, जबकि मधुमक्खी एकजुट थी.
आपको बता दें कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 6 मार्च से 10 मार्च तक बिहार के गोपालगंज जिले में हैं. वहां भोरे के रामनगर मठ में हनुमंत कथा का आयोजन किया गया.
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एकेएस/एकेजे