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चेन्नई, 1 नवंबर . रीजनल मेट्रोलॉजिकल सेंटर (आरएमसी) ने अगले दो दिनों तक तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में आम तौर पर मौसम सूखा रहने का अनुमान लगाया है, हालांकि राज्य में एक या दो जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है.
मौसम बुलेटिन के अनुसार, पूर्वी हवाओं की तीव्रता में बदलाव दक्षिणी प्रायद्वीप में मौसम के पैटर्न को प्रभावित कर रहा है.
आरएमसी ने कहा, “हवा की गति और दिशा में बदलाव के कारण, तमिलनाडु और उससे सटे केंद्र शासित प्रदेशों में ज्यादातर सूखा मौसम रहने की संभावना है. हालांकि, एक या दो जगहों पर हल्की बारिश हो सकती है.”
इस बीच, अंडमान सागर में हवा की गतिविधि बढ़ गई है.
मौसम वैज्ञानिकों ने 35 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान लगाया है, जो कभी-कभी 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं.
खराब मौसम की स्थिति की संभावना के कारण मछुआरों को समुद्र तट पर न जाने की सलाह दी गई है.
Gujarat और उत्तरी कोंकण तटों और पूर्वी-मध्य और उत्तर-पूर्वी अरब सागर के आस-पास के हिस्सों में भी इसी तरह की हवा की स्थिति रहने की उम्मीद है, जहां 35-45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं. इन क्षेत्रों में समुद्र की स्थिति खराब रहने की संभावना है.
चेन्नई में, पूरे दिन आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की उम्मीद है. अधिकतम तापमान लगभग 35 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है. मौसम वैज्ञानिकों ने कहा कि इस समय के लिए आर्द्रता का स्तर मध्यम से उच्च रह सकता है.
निचले वायुमंडल में नमी होने के बावजूद, आने वाले सप्ताह में तमिलनाडु में व्यापक या भारी बारिश के कोई संकेत नहीं हैं. बारिश में कमी का यह रुझान बंगाल की खाड़ी के ऊपर हाल ही में कम दबाव प्रणाली के कमजोर होने के कारण है.
मौसम विभाग ने अंडमान तट, उत्तरी कोंकण तट और मध्य और उत्तर-पूर्वी अरब सागर के साथ काम करने वाले मछुआरों से भी अगली सूचना तक किनारे पर रहने का आग्रह किया है, क्योंकि तेज हवाओं के कारण समुद्र की स्थिति और खराब हो सकती है.
आरएमसी ने कहा कि वह बंगाल की खाड़ी में होने वाले घटनाक्रमों पर बारीकी से नजर रख रहा है ताकि नए कम दबाव वाले क्षेत्रों के बनने के संकेतों का पता चल सके जो नवंबर के अंत में व्यापक बारिश ला सकते हैं.
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वीकेयू/एएस