New Delhi, 25 जून . केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने Wednesday को आपातकाल के दौरान युवा संघ प्रचारक के तौर पर (अब Prime Minister) Narendra Modi के कार्यों का जिक्र किया और कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जिस युवा Narendra Modi ने गांव-गांव घूमकर परिवारवाद स्थापित करने के लिए लगाए आपातकाल का विरोध किया, उसी व्यक्ति ने 2014 में परिवारवादी राजनीति को उखाड़ फेंका.
New Delhi में ‘संविधान हत्या दिवस’ के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में आपातकाल विरोधी आंदोलन के दौरान Prime Minister Narendra Modi के अनुभवों के संकलन ‘द इमरजेंसी डायरिज: इयर्स दैट फोर्ज्ड एक लीडर’ नामक पुस्तक का विमोचन किया. इस अवसर पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव, दिल्ली के उपGovernor विनय कुमार सक्सेना, दिल्ली की Chief Minister रेखा गुप्ता सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे.
पुस्तक विमोचन के बाद अपने संबोधन में गृह मंत्री ने कहा कि इस पुस्तक में आपातकाल के दौरान एक युवा संघ प्रचारक के तौर पर Narendra Modi के कार्यों का जिक्र है कि किस तरह जयप्रकाश नारायण और नाना जी देशमुख के नेतृत्व में 19 माह तक चले आंदोलन में भूमिगत रहकर संघर्ष किया, मीसा कानून के तहत जेल में बंद लोगों के घर गए और उनके परिजनों से बात की और उनके इलाज की व्यवस्था की. गुप्त रूप से प्रकाशित होने वाले कई अखबारों को बाजारों, चौराहों, विद्यार्थियों और महिलाओं में बांटने का काम किया और Gujarat में 24-25 साल के युवा के तौर पर Narendra Modi ने संघर्ष का नेतृत्व किया.
उन्होंने कहा कि मोदी उस वक्त भूमिगत रह कर कभी साधु, कभी सरदार जी, कभी हिप्पी, कभी अगरबत्ती बेचने वाले या कभी अखबार बेचने वाले का काम करते थे.
अमित शाह ने कहा कि परिवारवाद को प्रस्थापित करने के लिए लगाई गई इमरजेंसी के समय जिस 25 साल के युवा ने तत्कालीन Prime Minister इंदिरा गांधी के तानाशाही विचारों का विरोध किया, घर-घर, गांव-गांव और शहर-शहर घूमकर विरोध किया, उसी व्यक्ति ने 2014 में परिवारवाद को पूरे देश से जड़ से उखाड़ कर फेंक किया. उन्होंने कहा कि मीडिया की सेंसरशिप, Government का दमन, संघ और जनसंघ का संघर्ष, आपातकालीन पीडितों का वर्णन और तानाशाही से जनभागीदारी तक के रूप में इस किताब में पांच अध्याय हैं.
गृह मंत्री ने देश के युवाओं से अपील की कि वह इस पुस्तक को जरूर पढ़ें ताकि उन्हें यह पता चल सके कि जिस युवा ने अपने शुरुआती दिनों में जिस प्रकार से तानाशाही के खिलाफ संघर्ष किया, वही युवा इस देश में लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत कर रहे Prime Minister Narendra Modi बने हैं.
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एसके/एकेजे