दुनिया देख रही है, हमें कुछ करना होगा : बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर भारतीय अमेरिकी सांसद

वाशिंगटन, 8 जनवरी, . भारतीय अमेरिकी कांग्रेसी राजा कृष्णमूर्ति ने मंगलवार को बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ हो रही हिंसा और उत्पीड़न के खिलाफ फिर से आवाज उठाई. मंगलवार को अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में अपने संबोधन के दौरान उन्होंने अगस्त 2024 में शेख हसीना के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद के हालात पर बात की.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कृष्णमूर्ति ने शेख हसीना के पद छोड़ने के बाद हिंदुओं पर हमलों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी पर विशेष जोर दिया. उन्होंने कहा, “मैं बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा और उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाता हूं. 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान, अनुमानतः 300,000 से 30 लाख लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकांश हिंदू थे. बांग्लादेश में हिंदुओं को आज भी निशाना बनाया जा रहा है – उनके घरों और व्यवसायों को नष्ट कर दिया जा रहा है, और उनके मंदिरों में तोड़फोड़ की जा रही है.”

भारतीय अमेरिकी कांग्रेसी ने कहा, “पिछले अगस्त में पूर्व प्रधानमंत्री हसीना को पद से हटाए जाने के बाद से ये हमले फिर से बढ़ गए हैं, अकेले अगस्त में 2,000 से ज़्यादा घटनाएं सामने आई हैं. मैंने विदेश विभाग से बात की है और आगामी सीनेट की पुष्टिकरण सुनवाई में कार्रवाई करने का आह्वान किया है, लेकिन हमें और भी कुछ करना होगा. मैं अपने सहयोगियों से बांग्लादेश के धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए अभी कार्रवाई करने करन की अपील करता हूं. दुनिया देख रही है और हम इतिहास को खुद को दोहराने नहीं दे सकते.”

पूर्व पीएम और आवामी लीग की अध्यक्ष शेख हसीना को पिछले साल अगस्त में छात्र आंदोलन से उभरे आक्रोश के बाद सत्ता छोड़कर भारत भागना पड़ा था. इसके बाद नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार का गठन किया गया जो फिलहाल देश का सत्ता संभाल रही है.

अंतरिम सरकार के वजूद में आने के बाद से देश में कट्टरवादी ताकतों को मजबूती मिली है. अल्पसंख्यक समुदायों और उनके धार्मिक स्थलों को निशाना बनाया जा रहा है. सरकार पर अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव बरतने के आरोप लग रहे हैं.

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