मथुरा से पूरा परिवार छठ महापर्व मनाने मुंगेर पहुंचा, कहा- ‘हमने ऐसा पर्व पहले कभी नहीं देखा’

मुंगेर, 8 नवंबर . उगते सूरज को अर्घ्य के साथ लोक आस्था के महापर्व छठ का समापन हो गया है. छठ घाटों पर देर रात से ही भक्तों की भीड़ देखी गई थी. पर्व समापन के बाद प्रसाद ग्रहण किया.

उत्तर प्रदेश के मथुरा से पूरा परिवार छठ महापर्व मनाने बिहार के मुंगेर पहुंचा. बिहार के मुंगेर पहुंचे नेम सिंह ने से बातचीत के दौरान बताया कि मथुरा में छठ महापर्व नहीं होता है, आज बिहार के मुंगेर में छठ पर्व देखकर बहुत खुशी है. हमने ऐसा पर्व पहले कभी नहीं देखा. छठ पर्व मना कर हमें बहुत अच्छा लगा. यहां बहुत अच्छा माहौल है.

चार दिवसीय पर्व छठ के समापन के बाद एक महिला ने से बातचीत के दौरान बताया कि व्रत बहुत कठिन है, सब छठी मैया की कृपा से पार लग जाता है. बाजारों में महंगाई बहुत है. आज उगते हुए सूरज को अर्घ्य दिया गया है. इसके अलावा उन्होंने बताया कि शारदा सिन्हा की कमी महसूस हो रही है. उनकी आवाज सुनने के बाद और भी कमी महसूस होती है.

बता दें कि आज बड़ी संख्या में छठ व्रती उदीयमान भगवान भास्कर को सूर्योदय के समय अर्घ्य देने के लिए छठ घाटों पर पहुंचे. उन्होंने तालाबों और पोखरों के पानी में डुबकी लगाने के बाद भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया. सभी ने अपने और अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की.

बता दें कि बिहार और झारखंड में छठ पर्व का विशेष महत्व है. दोनों राज्य में लगभग हर घर में छठ पर्व मनाया जाता है. साथ ही छठ में शुद्धता का भी पूरा ख्याल रखा जाता है. इस पर्व की शुरुआत नहाय-खाय से होती है.

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