रांची, 7 दिसंबर . केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने शनिवार को थिएटर में गोधरा कांड पर बनी फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ देखी. इस फिल्म को देखने के बाद से बात करते हुए उन्होंने कहा कि फिल्म में गोधरा कांड की सच्चाई को उजागर किया गया है, जो 2002 में हुआ था और जिसे पूरे देश ने गहरे शोक और मर्माहट के साथ महसूस किया था.
संजय सेठ ने कहा कि गोधरा कांड से पूरा देश मर्माहत हुआ था, आज वह सच्चाई एक फिल्म के रूप में सामने आई है. देश ने सच्चाई को देखा और आयोग गठित किए जाने के बाद हर पहलू पर विचार किया गया. अयोध्या से लौट रहे राम भक्तों को पेट्रोल छिड़ककर जलाए जाने की घटना बेहद दर्दनाक थी. छोटे बच्चे और महिलाएं इस कृत्य के शिकार हुए. देश को तोड़ने की एक कोशिश थी, लेकिन हमारा देश बहुत मजबूत है. आज हमें न्याय मिला और यह न्याय देश ने महसूस भी किया. फिर कुछ समय बाद प्रभु श्रीराम के मंदिर का शुभ उद्घाटन हुआ, जो उन शहीदों के लिए संतुष्टि का क्षण था.
उन्होंने कहा कि आज यह सच्चाई सबके सामने है और यह फिल्म पूरे देश के 140 करोड़ लोगों को इस कांड की सच्चाई बता रही है. इस तरह की फिल्में प्रोपेगेंडा नहीं होतीं. जिन लोगों को यह फिल्म प्रोपेगेंडा लगती है, वह वही लोग हैं, जिन्हें भारत माता की जय बोलने में शर्म आती है और जो पाकिस्तान की जीत पर खुशी मनाते हैं. ऐसे लोगों से मैं यह सवाल पूछता हूं कि उन परिवारों से पूछिए जिनके लोग जिंदा जला दिए गए थे. उनका केवल दोष यही था कि वे अयोध्या श्रीराम के मंदिर के दर्शन करने जा रहे थे. उनका अपराध क्या था? वह कैसे जिंदा जला दिए गए? यह सवाल अब भी है और किसी को भी इसका जवाब देना होगा.
उन्होंने आगे कहा कि सच को छिपाया नहीं जा सकता. हमारा देश बहुत महान है और जितने भी न्यायिक आयोग गठित किए गए हैं, उन्होंने सच्चाई को सामने लाने के लिए निर्णय दिए हैं. मीडिया ने भी पूरे सच को दिखाया है, और कोई भी सच्चाई को दबा नहीं सकता. यह कहा जाता है कि हर बड़ा सच एक दिन सामने आता है, चाहे वह ‘कश्मीर फाइल्स’ हो या कोई और कांड हो. अब उन कृत्यों का सामना करना होगा जो इस देश को तोड़ने का प्रयास करते हैं, जो धर्म के आधार पर समाज को बांटना चाहते हैं. ऐसे लोग जिन्हें भारत माता की जय और वन्दे मातरम में शर्म आती है, उनके लिए यह फिल्म एक गहरा संदेश है.
बता दें कि ‘द साबरमती रिपोर्ट’ साबरमती एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगने की घटना पर आधारित है. यह घटना 27 फरवरी 2002 को हुई थी, जिसमें झुलसकर 59 लोगों की मौत हो गई थी. फिल्म में अभिनेत्री राशि खन्ना और विक्रांत मैसी पत्रकार की भूमिका में हैं, जो भारत की सबसे विवादास्पद घटनाओं में से एक के पीछे की क्रूर सच्चाई को उजागर करने के लिए एक साथ काम करते हैं. वहीं, फिल्म में अभिनेत्री रिद्धि डोगरा ने एक अंग्रेजी पत्रकार की भूमिका निभाई है, जो चाहती है कि सच्चाई सामने नहीं आ पाए. बालाजी मोशन पिक्चर्स, विकिर फिल्म्स द्वारा प्रस्तुत, ‘द साबरमती रिपोर्ट’ शोभा कपूर, एकता कपूर, अमूल वी. मोहन और अंशुल मोहन द्वारा निर्मित है. यह फिल्म 15 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी.
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पीएसके/जीकेटी