नई दिल्ली, 20 अप्रैल . भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े ने कांग्रेस, ममता बनर्जी और विपक्षी गठबंधन में शामिल दलों पर तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए कहा है कि संदेशखाली में ममता बनर्जी जिस तरह शाहजहां शेख को बचा रही हैं, उसी तरह कर्नाटक में कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार अपनी ही पार्टी के काउंसलर की बेटी की निर्मम हत्या करने वाले अपराधी फैयाज को बचाने की कोशिश कर रही है.
तावड़े ने कहा कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली की ही तरह कर्नाटक के हुबली में भी एक मार्मिक घटना घटी है. मृतका के पिता और कांग्रेस काउंसलर अपनी बेटी की हत्या को लव जिहाद का मामला बता रहे हैं. लेकिन, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया इसे प्रेम प्रसंग का मामला बताकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जिस तरह पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार ने संदेशखाली पर कोई कार्रवाई नहीं की, ठीक वैसे ही कर्नाटक में कांग्रेस मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की सरकार भी इस तरह के अपराध पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. कांग्रेस का नारा है कि ‘वोटबैंक की सुरक्षा भारी, महिलाओं की सुरक्षा हारी.’
उन्होंने आगे कहा कि संदेशखाली में पश्चिम बंगाल सरकार ने महिलाओं की इज्जत बचाने की बजाय महिला उत्पीड़न के आरोपी शाहजहां शेख को संरक्षण दिया. ठीक वैसे ही, कर्नाटक में कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार अपराधी फैयाज को बचाने की कोशिश कर रही है. जबकि, कर्नाटक में कांग्रेस सरकार को अपराधी का धर्म देखे बगैर उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलानी चाहिए.
विपक्षी गठबंधन में चल रही खींचतान पर कटाक्ष करते हुए तावड़े ने कहा कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण में तमिलनाडु के सभी संसदीय क्षेत्रों में मतदान पूरा होने के बाद कांग्रेस नेता और तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने इंडी गठबंधन के अपने सहयोगी डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ बोलना शुरू कर दिया. जैसे ही, अगले फेज में केरल का चुनाव संपन्न होगा, कांग्रेस नेता केरल के नेताओं के विरुद्ध बोलना शुरू कर देंगे और यही घमंडिया गठबंधन की सच्चाई है.
उन्होंने कहा कि टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने चुनाव के बाद इंडी गठबंधन का नेता बनने का दावा किया है, तो क्या राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनके इस दावे को मान लिया है? राहुल गांधी बताएं उनके गठबंधन का नेता कौन है?
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एसटीपी/एबीएम