’14 वर्षों नहीं, 500 वर्षों बाद पूरी हो रही प्रतीक्षा’, पीएम मोदी ने इस दीपावली को बताया खास

नई दिल्ली, 29 अक्टूबर . नौवें आयुर्वेद दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धनतेरस और धन्वंतरि जयंती की शुभकामनाएं दी. पीएम मोदी ने अपने संबोधन में अयोध्या धाम की भी चर्चा की.

उन्होंने कहा कि हम लोगों ने बहुत दीपावली देखी है. लेकिन, यह दीपावली ऐतिहासिक है. 500 साल बाद ऐसा अवसर आया है, जब अयोध्या में रामलला की जन्मभूमि पर बने उनके मंदिर में भी हजारों दीप जलाए जाएंगे. एक अद्भुत उत्सव होगा. यह ऐसी दीपावली होगी, जब हमारे राम एक बार फिर अपने घर आए हैं. इस बार यह प्रतीक्षा 14 वर्ष बाद नहीं, बल्कि 500 वर्ष बाद पूरी हो रही है.

पीएम मोदी ने कहा कि धनतेरस के दिन सौभाग्य और स्वास्थ्य का यह उत्सव सिर्फ संयोग नहीं है, बल्कि भारतीय संस्कृति के जीवन-दर्शन का प्रतीक है. हमारे ऋषियों ने कहा है कि ‘आरोग्यम परमं भाग्यं’ यानी आरोग्य ही परम भाग्य व परम धन है. हम सबके लिए खुशी की बात है कि आज 150 से अधिक देशों में आयुर्वेद दिवस मनाया जा रहा है. ये प्रमाण है, आयुर्वेद को लेकर बढ़ रहे वैश्विक आकर्षण का. ये प्रमाण है, नया भारत अपने प्राचीन अनुभवों से विश्व को कितना कुछ दे सकता है.

पीएम मोदी ने कहा कि जिस देश के नागरिक जितने स्वस्थ होंगे, उस देश की प्र​गति की गति भी तेज होगी, इसी सोच के साथ अपने नागरिकों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य नीति के पांच स्तंभ तय किए हैं, पहला- प्रिवेंटिव हेल्थकेयर यानी बीमारी होने से पहले का बचाव, दूसरा- समय पर बीमारी की जांच, तीसरा- मुफ्त और सस्ता इलाज, सस्ती दवाएं, चौथा- छोटे शहरों में अच्छा इलाज, डॉक्टरों की कमी दूर करना और पाचवां- स्वास्थ्य सेवा में टेक्नोलॉजी का विस्तार.

उन्होंने कहा कि सरकार ने तय किया, गरीब के 5 लाख रुपये तक के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी. देश में लगभग 4 करोड़ गरीबों ने आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठाया है. एक समय था, जब इलाज में लोगों के घर, जमीन, गहने सब बिक जाते थे. गंभीर बीमारी के इलाज का खर्च सुनते ही गरीब की आत्मा कांप जाती थी. पैसे की कमी की वजह से इलाज न करा पाने की बेबसी, बेचारगी गरीब को तोड़कर रख देती थी. मैं अपने गरीब भाई-बहनों को इस बेबसी में नहीं देख सकता था, इसलिए ही ‘आयुष्मान भारत’ योजना ने जन्म लिया है. अब 70 वर्ष से अधिक उम्र के देश के हर बुजुर्ग का अस्पताल में मुफ्त इलाज मिलेगा. ऐसे बुजुर्गों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड दिया जाएगा. ये योजना मील का पत्थर साबित होगी. घर के बुजुर्ग के पास आयुष्मान वय वंदना कार्ड होगा, तो परिवार के खर्चे भी कम होंगे, उनकी चिंता भी कम होगी.

पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव के समय मैंने गारंटी दी थी कि तीसरे कार्यकाल में 70 वर्ष से ऊपर के सभी बुजुर्गों को ‘आयुष्मान योजना’ के अंतर्गत लाया जाएगा. आज धनवंतरी जयंती के दिन ये गारंटी पूरी हो रही है.

इस दौरान पीएम मोदी ने दिल्ली और पश्चिम बंगाल के बुजुर्गों से माफी मांगी. उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली और पश्चिम बंगाल के 70 साल के ऊपर के जितने बुज़ुर्ग हैं, उनसे क्षमा मांगता हूं कि मैं आपकी सेवा नहीं कर पा रहा हूं. मैं उनसे क्षमा मांगता हूं कि मुझे पता तो चलेगा कि आपको कष्ट है, लेकिन, मैं आपको सहाय नहीं कर पाउंगा. इसका कारण है दिल्ली और पश्चिम बंगाल में सरकार है, वो इस आयुष्मान योजना से जुड़ नहीं रही है. अपनी राजनीतिक स्वार्थ के लिए अपने ही राज्य के बीमार लोगों के साथ जुल्म करने की ये प्रवृति मानवता की दृष्टि से किसी भी तराजू पर खरी नहीं उतरती है.

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