पटना, 25 फरवरी . राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को यहां चिकित्सा के क्षेत्र में शोध को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि आज तकनीकी युग है. चिकित्सा के क्षेत्र में भी इसकी अहम भूमिका है. उन्होंने सभी ऐसे संस्थानों से आधुनिक तकनीक अपनाने की अपील करते हुए कहा कि इससे न केवल रोगियों का इलाज सुगम होगा बल्कि कार्यक्षमता में भी वृद्धि होगी.
उन्होंने कहा कि किसी भी संस्थान के निरंतर विकास में उस संस्थान के शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा किए जा रहे शोध महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि पीएमसीएच में अनुसंधान को प्रोत्साहित किया जाता है. इस अस्पताल ने कालाजार जैसी बीमारी में महत्वपूर्ण शोध किया, जिसकी दुनिया भर में मान्यता मिली है. इस अस्पताल के नाम भारत ही नहीं, पूरी दुनिया को शानदार डॉक्टर देने का इतिहास है.
उन्होंने कहा कि तकनीक के माध्यम से इलाज, शोध में किसी भी कोने से मदद मिल सकती है. इससे न केवल चिकित्सकों को बल्कि रोगियों को भी लाभ होगा. कैंसर को लेकर राष्ट्रपति ने चिंता जताते हुए कहा कि इसके लिए स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करना और शोध को बढ़ावा देना महत्वपूर्ण है.
दरअसल, पटना का पीएमसीएच शताब्दी समारोह मना रहा है. इस मौके पर पटना के बापू सभागार में पीएमसीएच के शताब्दी समारोह में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रपति शामिल हुईं. कार्यक्रम में 3000 से ज्यादा डॉक्टरों को सम्मानित किया गया. उन्होंने बिहार सरकार के स्वास्थ्य के क्षेत्र के लिए किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि पीएमसीएच में भी बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है.
उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि यह अस्पताल विश्व के विशालतम अस्पतालों में शुमार होगा. इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उपस्थित रहे. इससे पहले राष्ट्रपति के पटना के हवाई अड्डा पर पहुंचने पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने स्वागत किया. मालूम हो कि प्लेटिनम जुबली वर्ष 2000 में हुआ था, जिसमें उस समय के तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम आए थे.
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एमएनपी/एएस