वो मुकाबला, जब ‘केनिंग्टन ओवल’ में महज 44 रन पर सिमट गई टीम

New Delhi, 29 जुलाई . भारत और इंग्लैंड के बीच ‘केनिंग्टन ओवल’ में टेस्ट सीरीज का पांचवां मैच खेला जाना है. क्या आप जानते हैं कि ऑस्ट्रेलिया इकलौती ऐसी टीम है, जो इस मैदान पर टेस्ट मैच में 50 से भी कम स्कोर पर ऑलआउट हो चुकी.

जी हां! यह मुकाबला अगस्त 1896 में खेला गया था. टॉस जीतकर इंग्लैंड ने बल्लेबाजी चुनते हुए पहली पारी में 145 रन बना दिए.

ओवल के मैदान पर कप्तान विलियम ग्रेस ने इस पारी में स्टेनली जैक्सन के साथ 54 रन की ओपनिंग साझेदारी की. ग्रेस 24 रन बनाकर पवेलियन लौटे, जिसके बाद जैक्सन ने 45 रन बनाते हुए टीम को संभालने की कोशिश की.

अंग्रेजों की इस टीम में कुमार श्री रणजीतसिंहजी भी थे, जिन्होंने आठ रन की पारी खेली, जबकि बॉबी एबेल ने 26 और आर्ची मैकलारेन ने 20 रन का योगदान टीम के खाते में दिया.

मेहमान टीम की ओर से ह्यूग ट्रम्बल ने सर्वाधिक छह शिकार किए, जबकि जॉर्ज गिफेन और टॉम मैककिबिन को दो-दो विकेट मिले.

इसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम पहली पारी में 119 रन पर सिमट गई. इस पारी में जो डार्लिंग ने 47, जबकि फ्रैंक इरेडेल ने 30 रन टीम के खाते में जोड़े. इंग्लैंड की ओर से जैक हर्न ने सबसे ज्यादा छह विकेट हासिल किए.

इंग्लैंड के पास पहली पारी के आधार पर 26 रन की बढ़त थी. टीम अगली पारी में 84 रन पर सिमट गई. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 111 रन का टारगेट मिला.

यूं तो लक्ष्य मुश्किल नहीं था, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम 11 के स्कोर तक अपने छह विकेट गंवा बैठी. यहां से टीम के लिए संभलना मुश्किल था. ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपनी दूसरी पारी में 26 ओवर खेले और महज 44 रन पर ऑलआउट हो गई.

इंग्लैंड की तरफ से बॉबी पील ने छह विकेट हासिल किए, जबकि जैक हर्न ने चार शिकार किए.

आरएसजी