बांसुरी स्वराज के रोटेशनल नेता प्रतिपक्ष के बयान का मतलब रोटेशनल प्रधानमंत्री से है : दानिश अली

नई दिल्ली, 11 अक्टूबर . भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नई दिल्ली सांसद बांसुरी स्वराज ने शुक्रवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर विपक्ष को यह लगता है कि राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी नहीं संभाल पा रहे हैं तो इस पद को रोटेशनल कर देना चाहिए. उनके इस बयान पर कांग्रेस नेता दानिश अली ने पलटवार किया है.

उन्होंने से बात करते हुए कहा, “उनका यह बयान, बड़ा ही सोचा-समझा है, क्योंकि वह सुषमा स्वराज की पुत्री हैं. वह यह कहना चाहती हैं कि प्रधानमंत्री के पद पर अकेले नरेंद्र मोदी कैसे बैठे हैं. उस पर तो हक राजनाथ सिंह, गडकरी और दूसरे नेताओं का भी है. यह उनकी सिर्फ सोच नहीं है, बल्कि उनका यह यह दर्द है. वह प्रधानमंत्री के पद के रोटेशनल होने की बात कह रही हैं.”

इसके बाद उन्होंने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का जिक्र करते हुए कहा, “यह उनकी स्वर्गीय माता जी का भी दर्द था. वह संसद के एक सदन में नेता प्रतिपक्ष थीं, लेकिन जब प्रधानमंत्री बनने की नौबत आई तो नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बना दिया गया. यह उनका और उनकी माता जी का दर्द है, जो सामने निकल कर आ रहा है. वह ठीक ही कह रही हैं. उनका दर्द मैं समझ सकता हूं.”

बता दें कि सांसद बांसुरी स्वराज ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि अगर विपक्ष को लगता है कि राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी नहीं संभाल पा रहे हैं तो उन्हें इस पद को रोटेशनल कर देना चाहिए.

पीएसएम/एकेजे