आगरा, 1 अक्टूबर . भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार को India रत्न प्रदान करने की मांग के बाद राजनीति गरमा गई है. इस पर Samajwadi Party (सपा) के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
रामजीलाल सुमन ने से बातचीत के दौरान तंज कसते हुए कहा कि आखिर ऐसी मांग क्यों की जा रही है? अगर देश के Prime Minister Narendra Modi चाहेंगे तो डॉ. हेडगेवार को India रत्न मिल ही जाएगा. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जब सावरकर का चित्र संसद भवन (अब संविधान भवन) के केंद्रीय कक्ष में लगाया जा सकता है और एक एयरपोर्ट का नाम उनके नाम पर रखा जा सकता है, तो हेडगेवार को भी सम्मान और India रत्न मिलना तय है.
सपा सांसद ने यह भी कहा कि Government की मंशा पहले सावरकर को India रत्न देने की है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि इस साल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 100 वर्ष पूरे हो रहे हैं, लेकिन देश की आजादी की लड़ाई में संघ का कोई योगदान नहीं रहा है. सुमन ने आरोप लगाया कि “समाज को बांटने का काम अगर किसी संगठन ने किया है तो वह आरएसएस है.”
उन्होंने यह भी कहा कि आज योजनाबद्ध तरीके से इन सब चीजों को महिमामंडित करने का काम हो रहा है. व्यंग्यात्मक लहजे में उन्होंने कहा, “भविष्य में ना जाने किसकी Government बने, इसलिए मेरी Prime Minister Narendra Modi से विनम्र प्रार्थना है कि वे स्वयं भी India रत्न ले लें, तो यह उनकी बड़ी कृपा होगी.”
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी द्वारा President द्रौपदी मुर्मु को भेजे गए पत्र में यह आग्रह किया गया है कि डॉ. हेडगेवार के राष्ट्र निर्माण में दिए गए अतुलनीय योगदान को सम्मानित किया जाए. पत्र में कहा गया है कि डॉ. हेडगेवार न केवल एक स्वतंत्रता सेनानी थे, बल्कि राष्ट्रवाद के प्रणेता और संगठन निर्माण की अद्भुत क्षमता रखने वाले दूरदर्शी नेता थे. उनके जीवन और विचारों से आज भी करोड़ों लोग प्रेरणा ले रहे हैं.
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एएसएच/जीकेटी