सोलन में पीलिया का खतरा कम हुआ है, खत्म नहीं हुआ, जागरूक रहें : एमएस डॉ. एमपी सिंह

सोलन, 27 जनवरी . हिमाचल प्रदेश के सोलन में हाल ही में डायरिया और पीलिया के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को जागरूक करने की मुहिम तेज कर दी है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पीलिया के मामलों में कमी आई है, लेकिन, यह पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है और खतरा अभी भी बरकरार है.

सोलन के एमएस डॉ. एमपी सिंह ने कहा कि पीलिया के मामले शहर में कम जरूर हुए हैं, लेकिन पूरी तरह से समाप्त नहीं हुए हैं. इसलिए, लोगों को सतर्क रहने और स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की आवश्यकता है. उन्होंने विशेष रूप से बाजार से चाऊमीन, मोमोज और चाट-पापड़ी खाने से बचने की सलाह दी और सफाई का विशेष ध्यान रखने का आग्रह किया.

एमएस सिंह ने बताया, “अभी तो यह कहना मुश्किल है कि मामले थम गए हैं, लेकिन पिछले कुछ समय में अस्पताल में कोई नया मामला सामने नहीं आया है. पिछले दिन एक केस कोटनाला से आया था और उससे पहले भी एक मामला था. सावधानियों की बात करें तो, सबसे पहले पानी उबालकर ही पीना शुरू करें और सफाई का खास ध्यान रखें.”

उन्होंने आगे कहा, “जो वेंडर्स सड़क किनारे मोमोज आदि बेच रहे हैं, उनसे परहेज करें, जब तक स्थिति पूरी तरह से नियंत्रित नहीं हो जाती. शुरुआत में मामले चंबा घाट से आए थे, लेकिन अब ये विभिन्न जगहों से फैल गए हैं, जैसे देवगढ़, कोटनाला के अलावा कई और जगहों से भी मामले आए हैं. यह वायरल इंफेक्शन है जो अपना समय लेकर ठीक हो जाता है, लेकिन अगर किसी को ज्यादा समस्या जैसे दस्त या उल्टी शुरू हो जाए तो उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ सकता है.”

बता दें कि पिछले कुछ दिनों से सोलन में डायरिया और पीलिया के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. यह मामले ज्यादातर शहर के चंबाघाट और कथेड़ इलाके से सामने आ रहे हैं. इसकी वजह से पिछले कई दिनों से प्रशासन अलर्ट मोड पर है.

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