बाड़मेर .सहारा इंडिया के एजेंट ने कुएं में कूदकर सुसाइड कर लिया. एक सुसाइड नोट भी लिखा. इसमें बताया- मेरी मौत का कारण सहारा इंडिया कंपनी है. लोगों के लाखों रुपए नहीं दिए, मैं जवाब देकर थक गया हूं. घटना बाड़मेर जिले के बायतु पनावड़ा गांव में 11 फरवरी की है. रात को एजेंट ने सुसाइड कर लिया. इसके बाद 12 को शव पानी के कुएं से बाहर निकाला गया. इसके बाद गुस्साए लोग शव लेने से मना करते हुए मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए.

दरअसल, पनावड़ा निवासी हेमंत कुमार (35) पुत्र ताजाराम मेघवाल पिछले 5 साल से सहारा इंडिया के एजेंट के रूप में काम करता था. 11 फरवरी की रात को घर के पास बने कुएं में कूदकर सुसाइड कर लिया. घरवालों ने रविवार सुबह हेमंत कुमार के शव को कुएं में बाहर निकालकर बायतु हास्पिटल लेकर पहुंचे. फिर मोर्चरी के बाहर शव को रखकर धरने पर बैठे गए. मृतक के परिजन व समाज के लोग बड़ी संख्या में पहुंचे. परिवार ने सोमवार को भी शव नहीं उठाया. सरकार से कंपनी और उनके कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है. पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद करने की मांग की है.

सहारा के मुख्य एजेंट के खिलाफ मामला दर्ज
बायतु थाने में मिसराराम पुत्र नाथूराम मेघवाल निवासी पनावड़ा ने मामला दर्ज करवाया है. रिपोर्ट ने बताया- उसका भाई हेमंत कुमार बायतु स्टेशन पर रहने वाले रुपो चौधरी व उसके पति भंवरलाल बेरड के अंडर में सहारा इंडिया के एजेंट के रूप में काम करता था. इनका काम लोगों से पैसा लेकर रुपो व भंवरलाल के पास जमा करवाना था. पिछले कुछ समय से हेमंत द्वारा जमा किए गए पैसों की रसीद रुपो व भंवरलाल ने नहीं दी. सहारा इंडिया में जमा रुपए वापिस नहीं लौटाए जा रहे थे. इसके बाद अब हेमंत कुमार ने कुएं में कूद आत्महत्या कर ली.
परेशान होकर किया सुसाइड
मृतक के भाई का कहना- सहारा इंडिया निवेशकों की जमा भुगतान नहीं कर रहा है. इसी से परेशान हेमंत कुमार ने शनिवार रात को आत्महत्या कर ली, लेकिन आत्महत्या से पहले लाल स्याही से एक सुसाइड नोट लिखा और उसमें नसीहत भी दी और एक संदेश भी दिया कि आखिर कितनों लोगों को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ेगा.
आगे पढ़िए मृतक का पूरा सुसाइड नोट…

हेंमत कुमार ने सुसाइड से पहले लिखा सुसाइड नोट.