पटना, 23 अक्टूबर . जम्मू कश्मीर में 10 वर्षों के बाद हुए चुनावों में उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में सरकार बन गई है. भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने इस चुनाव को सफलतापूर्वक कराने का श्रेय भारतीय जनता पार्टी की सरकार को दिया है. साथ ही झारखंड चुनावों में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) की अनदेखी पर भी राय रखी.
उन्होंने से बात करते हुए कहा, “जम्मू-कश्मीर में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अनुच्छेद 370 हटने के बाद जिस तरह से हालात सुधरे हैं. वहां अच्छे दिन लौट रहे हैं. लेकिन देश में सत्ता का कारोबार करने वाले कुछ लोग देश विरोधी ताकतों से समझौता भी कर लेते हैं और यही वजह है कि हमारा देश कभी-कभी कुछ पहलुओं पर कमजोर पड़ जाता है. जो इस देश का नमक खाते हैं और इस देश के साथ गद्दारी करते हैं. वे किसी भी धर्म और जाति के हो सकते हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “मैं किसी धर्म या जाति की बात नहीं कर रहा हूं. लेकिन देश का नमक खाने वाले और देश के साथ गद्दारी करने वालों को न तो भगवान माफ करेगा और न ही भारत की जनता उन्हें माफ करेगी.”
इसके बाद उन्होंने झारखंड में आरजेडी को 6 सीट मिलने पर कहा कि ‘भागते भूत का लंगोट भला’.
बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल ने झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए छह सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं. देवघर सीट से सुरेश पासवान, गोड्डा से संजय प्रसाद यादव, कोडरमा से सुभाष यादव, चतरा से रश्मि प्रकाश, विश्रामपुर से नरेश प्रसाद सिंह और हुसैनाबाद से संजय कुमार सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया गया है.
यह सूची पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और झारखंड प्रभारी जयप्रकाश नारायण यादव के हस्ताक्षर से जारी की गई है. राज्य में राष्ट्रीय जनता दल के एकमात्र मौजूदा विधायक और हेमंत सोरेन सरकार में मंत्री सत्यानंद भोक्ता को इस बार पार्टी ने उम्मीदवार नहीं बनाया है. वह अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित चतरा सदर सीट से चुनाव लड़ते थे. वह ‘भोगता’ जाति से आते हैं, जिसे भारत सरकार ने अनुसूचित जाति की सूची से हटाकर अनुसूचित जनजाति में शामिल कर दिया है. ऐसे में उनका इस सीट से चुनाव लड़ना संभव नहीं हो पाएगा. पार्टी उनके लिए कोई दूसरी सीट नहीं तय कर पाई.
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पीएसएम/एएस