शिवाजीनगर मेट्रो स्टेशन के नाम बदलने के प्रस्ताव की नहीं थी जानकारी : छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम

अंबिकापुर, 13 सितंबर . कर्नाटक की राजधानी Bengaluru में स्थित शिवाजीनगर मेट्रो स्टेशन का नाम बदलकर ‘सेंट मैरी मेट्रो स्टेशन’ रखने के प्रस्ताव ने सियासी बवाल खड़ा कर दिया है. इस विवाद पर Maharashtra के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि यह छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान है. इस पर छत्तीसगढ़ के पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने प्रतिक्रिया दी है.

पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें इस प्रस्ताव की जानकारी नहीं थी. उन्होंने कहा, “शिवाजी महाराज के खिलाफ होने की तो कहीं कोई बात नहीं है. यह नाम परिवर्तन का खेल कुछ लोगों ने शुरू किया है और यह नई बात है. हमें यह जरूर ध्यान रखना चाहिए कि हमारे राष्ट्रीय प्रमुखतम व्यक्तियों का सम्मान बरकरार रहना चाहिए.”

बता दें कि 11 सितंबर को इस प्रस्ताव पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि शिवाजीनगर मेट्रो स्टेशन का नाम बदलकर ‘सेंट मैरी’ करना छत्रपति शिवाजी महाराज का सीधा अपमान है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह फैसला कर्नाटक के Chief Minister सिद्धारमैया की एक “वैकल्पिक धार्मिक व्यवस्था” को स्थापित करने की कोशिश का हिस्सा है.

Maharashtra Government में मंत्री नितेश राणे ने भी इस विवाद पर कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कांग्रेस के खिलाफ भड़काऊ बात कह दी. उन्होंने कहा, “ये लोग कभी भी छत्रपति शिवाजी महाराज को बड़ा नहीं करेंगे. ये सिर्फ उनका अपमान ही करते हैं और हमेशा द्वेष की भावना रखते हैं. कांग्रेस से आप और क्या उम्मीद कर सकते हैं?”

दरअसल, 8 सितंबर को Bengaluru की प्रसिद्ध सेंट मैरी बेसिलिका में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान Chief Minister सिद्धारमैया ने ऐलान किया कि शिवाजीनगर मेट्रो स्टेशन का नाम सेंट मैरी मेट्रो स्टेशन रखा जाएगा. यह वादा उन्होंने स्थानीय विधायक रिजवान अरशद और Bengaluru के आर्कबिशप पीटर मचाडो के अनुरोध पर किया था.

इस मुद्दे ने एक बार फिर से धर्म, राजनीति और इतिहास के टकराव को उजागर कर दिया है. जहां एक ओर कुछ लोग इसे सांप्रदायिक सद्भाव की दिशा में कदम बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर विरोध करने वालों का मानना है कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक प्रतीकों से छेड़छाड़ कर राजनीति की जा रही है.

वीकेयू/जीकेटी