मुंबई, 2 जून . पूर्व मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर ने खिताब जीतने से लेकर मिस वर्ल्ड मंच पर जज बनने तक के अपने शानदार सफर के बारे में बातचीत की. अभिनेत्री का मानना है कि मिस वर्ल्ड का मिशन सिर्फ तारीफ बटोरना नहीं है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाना भी है.
अभिनेत्री ने बताया, “‘ब्यूटी विद ए पर्पस’ मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का मूल मंत्र है, यानी सिर्फ बाहरी सुंदरता नहीं, बल्कि एक बड़े मकसद के लिए काम करना. वह बताती हैं कि जब वह 20 साल की थीं, तब उन्होंने इस मंच पर हिस्सा लिया था. उनके पास एक सपना और एक प्रोजेक्ट था, जिसे उन्होंने वहां पेश किया. ‘ब्यूटी विद ए पर्पस’ ही मिस वर्ल्ड की आत्मा है. यहां जितने भी लोग आते हैं, उनकी आंखों में भी सपने होते हैं.”
प्रतियोगिता से जुड़ी बातों को शेयर करते हुए उन्होंने बताया, “आज भी मुझे वो शब्द याद हैं कि ‘क्या अंधेरे में एक दीया जलाना, बिल्कुल न देखने से बेहतर नहीं है? मैं बस यही कहना चाहती हूं कि यही मिस वर्ल्ड का मिशन है. जब हम इन सभी अद्भुत महिलाओं को मंच पर देखते हैं, तो गर्व होता है. वे केवल प्रशंसा के लिए नहीं आई हैं. वे यहां बदलाव की चिंगारी जलाने आई हैं.”
उन्होंने बताया, “मिस वर्ल्ड का मिशन यही है कि ये प्रतियोगी सिर्फ तारीफ बटोरने नहीं आतीं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम करती हैं. वे अपने विचारों और प्रोजेक्ट्स के जरिए दुनिया में एक नई रोशनी फैलाने की कोशिश करती हैं.”
मानुषी छिल्लर ने साल 2017 में मिस वर्ल्ड का खिताब जीता था. उन्होंने फेमिना मिस इंडिया 2017 प्रतियोगिता में हरियाणा का प्रतिनिधित्व किया, जहां उन्होंने फेमिना मिस इंडिया वर्ल्ड का ताज जीता.
मानुषी ने पीरियड ड्रामा ‘सम्राट पृथ्वीराज’ से अभिनय जगत में डेब्यू किया था, जिसमें उन्होंने ‘संयोगिता’ का किरदार निभाया था. इसके बाद वह कॉमेडी-ड्रामा ‘द ग्रेट इंडियन फैमिली’ और एक्शन ड्रामा ‘बड़े मियां छोटे मियां’ में दिखाई दीं.
मानुषी छिल्लर ‘तेहरान’ समेत कई अपकमिंग प्रोजेक्ट्स का हिस्सा हैं.
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एमटी/एबीएम