हरिद्वार, 8 सितंबर . उत्तराखंड के अल्मोड़ा जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडेय को कुछ साधु संतों द्वारा दीक्षा देकर अखाड़े में शामिल किया गया है. इसे लेकर विवाद गरमा गया है. मामले को लेकर अखाड़े के महंत हरि गिरी ने जांच के आदेश दिए हैं.
अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी को जूना अखाड़े के कुछ साधु-संतों द्वारा दीक्षा देकर मठाधीश बनाए जाने का मुद्दा लगातार गरमाया हुआ है. जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक महंत हरि गिरी ने इसे गलत ठहराते हुए इस पर जांच बैठाई है.
हरि गिरी ने मामले पर जांच बैठाते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए पदाधिकारियों की एक समिति बनाई गई है, जो जांच करने के बाद अपनी रिपोर्ट देगी और इसके आधार पर प्रकाश पांडेय को संत बनाने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.
महंत ने जांच करने वाली समिति को लेकर स्पष्ट किया कि 52 में से सात लोगों की एक समिति बनाई गई है. समिति में शामिल पांच लोगों की बातों पर महत्व दिया जाएगा. वो बताएंगे कि क्या गलत हुआ है? किसी से पैसा लिया गया है? तो उस पर कार्रवाई होगी और दोषियों को जूना अखाड़े से बाहर किया जाएगा.
महंत हरि गिरी ने आगे कहा, अगर इस मामले में मुकदमा हुआ, तो उसको कानून देखेगा. लेकिन जो दोषी अखाड़े से जुड़ा हुआ होगा, उसको छोड़ा नहीं जा सकता.
बता दें कि अल्मोड़ा जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडे को कुछ तथाकथित संतों द्वारा महंत पद की दीक्षा दी गई. इस प्रकरण की जांच के लिए विशेष सचिव रिद्धिम अग्रवाल ने अपर महानिरीक्षक, कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवा विभाग यशवंत चौहान को जांच अधिकारी नामित किया है. जांच रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.
अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडेय उत्तराखंड के अल्मोड़ा जेल में बंद है. उसने कई सालों तक छोटा राजन के साथ काम किया था और उसके बाद खुद अपना गिरोह बनाया. प्रकाश पांडेय पर हत्या और फिरौती जैसे मामले चल रहे हैं.
हाल ही में कुछ तथाकथित संतों द्वारा उसको जेल के अंदर ही गुरु दीक्षा देकर अखाड़े में शामिल करने का दावा किया गया. मामले को संज्ञान में लेते हुए महंत हरि गिरी ने जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है.
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