नई दिल्ली, 7 अप्रैल . शेयर बाजार में अगले सप्ताह निवेशकों की नजर कंपनियों के चौथी तिमाही के वित्तीय परिणामों पर होगी.
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर का कहना है कि प्रीमियम सेगमेंट में वॉल्यूम ग्रोथ और कीमतों में वृद्धि के कारण ऑटो सेक्टर को चौथी तिमाही में सकारात्मक नतीजों की उम्मीद है, जबकि वाणिज्यिक वाहन और ट्रैक्टर सेगमेंट में हाई बेस और जलाशयों में जल भंडार कम होने के कारण बाजार पर दबाव रहेगा.
वैश्विक अनिश्चितताओं से प्रभावित आईटी क्षेत्र में चल रही सुधार प्रवृत्ति, मध्यम अवधि में जारी रहने की उम्मीद है, विशेष रूप से तिमाही नतीजों को लेकर बाजार की कम अपेक्षा को देखते हुए. देश की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टीसीएस के नतीजे शुक्रवार, 12 अप्रैल को जारी होने हैं.
नए वित्त वर्ष की शुरुआत में बाजार का ग्राफ अब तक चढ़ा है. मिड और स्मॉल-कैप ने क्रमशः चार और सात प्रतिशत रिटर्न के साथ बेहतर प्रदर्शन किया है. नायर ने कहा कि मजबूत जमा और ऋण उठाव बढ़ने से बैंकों ने 2.4 प्रतिशत का रिटर्न दिया है.
बीते सप्ताह के अंत में भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने के साथ-साथ अमेरिकी बॉन्ड पर रिटर्न और कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि के कारण अस्थिरता बढ़ गई. उन्होंने कहा कि आरबीआई की नीतिगत बैठक उम्मीदों के अनुरूप होने के बावजूद खाद्य मुद्रास्फीति को लेकर चिंताएं और लू के अलर्ट ने बाजार की धारणा को प्रभावित किया है.
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एकेजे/