मुंबई, 14 मई . पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारतीय रक्षा क्षेत्र के बाजार पूंजीकरण में तेजी से वृद्धि हुई है. 22 अप्रैल को हुए इस आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी.
यह तेजी भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंकवादी इंफ्रास्ट्रक्चर पर एक बड़े सटीक हमले ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू करने के बाद शुरू हुई.
1971 के युद्ध के बाद से भारत के सबसे बड़े ट्राई-सर्विस एक्शन के साथ इस ऑपरेशन ने रक्षा शेयरों में विश्वास को काफी हद तक बढ़ा दिया.
भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने के बावजूद, रक्षा कंपनियों के शेयरों में उछाल दर्ज किया गया है.
परिणामस्वरूप, प्रमुख रक्षा शेयरों के प्रदर्शन को ट्रैक करने वाले निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स ने सैन्य कार्रवाई की शुरुआत के बाद से 9.39 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जबकि इसी अवधि के दौरान बेंचमार्क निफ्टी में 1.98 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी.
पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के शेयर की कीमत 22 अप्रैल से अब तक लगभग 40 प्रतिशत बढ़ी है.
बाजार के आंकड़ों के अनुसार, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड ने 28 प्रतिशत से अधिक की बढ़त दर्ज की है.
मिश्र धातु निगम लिमिटेड और भारत डायनेमिक्स ने भी मजबूत प्रदर्शन किया, जिनमें से प्रत्येक में 26 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई.
अन्य उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वालों में डेटा पैटर्न इंडिया और डीसीएक्स सिस्टम शामिल हैं, जिनमें से दोनों ने 20 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दर्ज करवाया.
इस क्षेत्र में उछाल प्रमुख खिलाड़ियों के बाजार पूंजीकरण योगदान में भी दिखा. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) ने इस क्षेत्र के बाजार मूल्य में 23,683 करोड़ रुपए जोड़े हैं, जबकि हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और भारत डायनेमिक्स ने क्रमशः 21,654 करोड़ रुपए और 12,345 करोड़ रुपए का योगदान दिया है.
मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स और सोलर इंडस्ट्रीज जैसी अन्य कंपनियों ने भी कुल बाजार पूंजीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिन्होंने क्रमशः 9,971 करोड़ रुपए और 6,859 करोड़ रुपए का योगदान दिया है.
इस बीच, घरेलू रक्षा क्षेत्र बुधवार को बेहतरीन प्रदर्शन करने वाला क्षेत्र बना रहा, जिसने निवेशकों की लगातार रुचि आकर्षित की, जबकि व्यापक बाजारों में कुछ इंट्रा-डे अस्थिरता का सामना करना पड़ा.
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