चाड के पूर्व प्रधानमंत्री को 20 साल की जेल, जनता को भड़काने का आरोप, वकील ने कहा- ये अपमानजनक

याउंडे, 10 अगस्त . चाड के पूर्व प्रधानमंत्री सक्सेस मासरा को राजधानी एन’दजामेना की एक अदालत ने 20 साल की जेल की सजा सुनाई है.

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, चाड की अदालत ने मसरा को अपने नागरिकों को भड़काने का दोषी पाया.

मसरा के वकीलों ने इस फैसले को “अपमानजनक” बताया और कहा कि वे इसके खिलाफ अपील करेंगे.

फैसले के बाद, मसरा के वकील कादजीलेम्बे फ्रांसिस ने संवाददाताओं से कहा: “उन्हें अभी-अभी बेहद अपमानजनक फैसले का सामना करना पड़ा है.” उन्होंने कहा कि वह इस सजा के खिलाफ अपील करेंगे.

मसरा को मई में एक सरकारी जांच के बाद गिरफ्तार किया गया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने लोगों को हिंसा के लिए उकसाया था. जांच में पाया गया कि उनके उकसावे के कारण दक्षिण-पश्चिमी प्रांत लोगोन ऑक्सिडेंटल के मंडाकाओ गांव में हिंसात्मक झड़पें हुईं और इसमें 42 लोगों की मौत हो गई.

विपक्षी राजनीतिक दल द ट्रांसफॉर्मर्स के अध्यक्ष मसरा 2022 में निर्वासन में चले गए थे, लेकिन बाद में वापस लौटे और राष्ट्रपति महामत इदरीस देबी इटनो ने उन्हें प्रधानमंत्री नियुक्त किया.

2024 में पांच महीने तक प्रधानमंत्री रहने के बाद, मसरा ने नई सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त करने के लिए इस्तीफा दे दिया.

मसरा, जो पिछले साल जनवरी से मई तक प्रधानमंत्री रहे, लेस ट्रांसफॉर्मेटर्स पार्टी के नेता हैं और चाड के वर्तमान राष्ट्रपति महामत देबी के कट्टर आलोचक रहे हैं.

देबी अपने पिता इदरीस देबी इत्नो की मृत्यु के बाद 2021 में सत्ता में आए, जो देश के उत्तरी भाग में विद्रोहियों से लड़ते हुए मारे गए थे. इदरीस देबी ने चाड पर 30 वर्षों तक शासन किया था.

इस वर्ष की शुरुआत में, महामत देबी ने एक चुनाव के माध्यम से अपने राष्ट्रपति पद को वैध ठहराया, जिसका मसरा और उनकी पार्टी ने विरोध किया था.

केआर/