संयुक्त राष्ट्र, 2 दिसंबर . सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गेइर ओ. पेडरसन ने चेतावनी दी है कि देश में हालिया घटनाक्रम गंभीर खतरा पैदा कर रहे हैं. उन्होंने संबंधित पक्षों से नागरिकों की सुरक्षा करने और सार्थक व ठोस वार्ता के जरिए संघर्ष से बाहर निकलने का रास्ता खोजने की अपील की.
पेडरसन ने रविवार को एक बयान में कहा कि हाल के दिनों में सीरिया में फ्रंट लाइन पर नाटकीय बदलाव देखने को मिले हैं. इनमें हयात तहरीर अल-शाम की अहम बढ़त भी शामिल है. यह एक ऐसा ग्रुप है जिसे सुरक्षा परिषद ने आतंकवादी समूह घोषित किया है.
पेडरसन ने चेतावनी दी कि लगभग 14 वर्षों से हिंसा से जूझ रहे देश में, नवीनतम घटनाक्रम नागरिकों के लिए गंभीर जोखिम पैदा कर रहे हैं. ये क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शांति व सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार यूएन दूत ने कहा कि वह नागरिकों की सुरक्षा और तनाव कम करने के लिए प्रयास जारी रखेंगे.
पेडरसन ने कहा, “मेरा इस बात पर जोर है कि सभी को नागरिकों और सिविलियन इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अपनी जिम्मेदारी को निभाना चाहिए.” उन्होंने कहा कि यह ‘किसी भी तरह की संघर्ष में शामिल सभी पक्षों के लिए एक स्पष्ट संदेश है.’
यूएन दूत ने कहा, “मैंने बार-बार सीरिया में तनाव बढ़ने के खतरों के बीच इस सच्च्चाई की तरफ ध्यान दिलाने की कोशिश की है कि कोई भी सीरियाई पक्ष या मौजूदा ग्रुप सैन्य साधनों के जरिए सीरियाई संघर्ष का समाधान नहीं कर सकता है.”
पेडरसन ने सीरियाई पक्षों और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हितधारकों से अपील की कि वे संघर्ष से बाहर निकलने का रास्ता खोजने के लिए सार्थक और ठोस वार्ता में गंभीरता से शामिल हों. उन्होंने कहा, “इसके बिना, सीरिया में और अधिक विभाजन, गिरावट और विनाश का खतरा है.”
विशेष दूत ने रक्तपात को रोकने और सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2254 (2015) के मुताबिक राजनीतिक समाधान पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सीरियाई और अंतरराष्ट्रीय हितधारकों के बीच तत्काल और गंभीर राजनीतिक भागीदारी का अपील की.
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