संभल, 20 मार्च . देश में औरंगजेब को लेकर चल रही सियासत पर अब संभल के प्राचीन तीर्थ नीमसार के महंत बाल योगी दीनानाथ ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि ऐसे आक्रांताओं के नामोनिशान को उखाड़कर फेंक देना चाहिए.
महंत बाल योगी दीनानाथ ने गुरुवार को से बातचीत में कहा, “मैं मानता हूं कि औरंगजेब की कब्र को हटाना चाहिए. वह एक आक्रांता रहा है और भारत सनातनियों की भूमि है, यहां कब्र का क्या काम है.”
महंत बाल योगी दीनानाथ ने संभल के नेजा मेला पर कहा, “भारत ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ सनातनियों की भूमि है. ऐसे में जो भी आक्रांता विदेश से आए हैं, उन्होंने सिर्फ भारत को लूटा और यहां अत्याचार किया. अगर उनके प्रतीक और समाधियां बची रहीं और लोग उनके नाम पर नारे लगाते रहे, तो यह भारत के लिए ठीक नहीं है. इन तत्वों को बहुत बढ़ावा दिया गया है. गाजी की मृत्यु बहराइच में हुई थी, लेकिन उसके नाम पर भारत में अलग-अलग जगह नेजा का मेला लगाया जाता है.”
उन्होंने आगे कहा, “एक आक्रांता जिसने भारत को बार-बार लूटा और वह ऐसा व्यक्ति था, जिसने भारतीयों की हत्याएं की और उनके छोटे-छोटे बच्चों को भाले की नोंक पर रखकर मारा. ऐसे लोगों के नाम पर भारत में मेला लगना कितना सही है. इस तरह का मेला बिल्कुल नहीं लगना चाहिए. मैं इतना ही कहूंगा कि ऐसे लोगों को नहीं पूजना चाहिए. उनको जड़ से उखाड़कर फेंक देना चाहिए और उत्तर प्रदेश शासन यही काम कर रहा है, इसलिए हमारी यही मांग रहेगी.”
इससे पहले संभल में नेजा मेला की इजाजत नहीं मिलने पर समाजवादी पार्टी के विधायक इकबाल महमूद ने कहा कि मेले के आयोजन को खारिज करने का क्षेत्राधिकार डीएम का होता है और उन्होंने अभी खारिज नहीं किया है.
नेजा मेला की इजाजत नहीं मिलने पर सपा विधायक इकबाल महमूद ने कहा, “एडिशनल एसपी नहीं, बल्कि डीएम इसकी इजाजत देते हैं. ये लोग तो मुख्यमंत्री के सामने सिर्फ अपने नंबर बढ़ा रहे हैं. डीएस, एसपी इस मुद्दे पर जनता से बात करते, फिर इसका निर्णय लेना चाहिए. इस तरह के आयोजन को कराने की इजाजत डीएम देता है, न कि एडिशनल एसपी. अभी तक डीएम ने इस आयोजन को खारिज नहीं किया है और न ही इसकी आज्ञा दी है.”
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एफएम/केआर