एकता नगर, 22 जुलाई . पड़ोसी मुल्क भूटान का एक प्रतिनिधिमंडल भारत आया हुआ है. इसमें शामिल भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने सोमवार को गुजरात के एकता नगर में दुनिया की सबसे ऊंची सरदार पटेल की प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को देखा. वे इसकी भव्यता और इसके पीछे की कहानी सुनकर हैरान हो गए.
भूटान के राजा के साथ एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को एकता नगर पहुंचा. पारंपरिक भूटानी पोशाक पहने विदेशी गण्यमान्यों का ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ परिसर में स्वागत किया गया. अतिथियों का स्वागत गुजरात की पहचान सामा गरबा की प्रस्तुति से किया गया.
बाद में मेहमानों ने परिसर के अंदर प्रदर्शनियों का अवलोकन किया. यहां गाइड ने भारत की स्वतंत्रता की गाथा और उसके बाद भारत की एकता में लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के योगदान का विवरण प्रस्तुत किया. राजा और प्रधानमंत्री दर्शक दीर्घा में पहुंचे. वहां से बारिश के बीच सरदार सरोवर बांध का नजारा देखा.
मेहमानों को ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के निर्माण के पीछे की पृष्ठभूमि के बारे में बताया गया. बाद में, राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने विजिटिंग पुस्तिका में अपना अनुभव दर्ज किया. उन्होंने लिखा, ‘भारत को शुभकामनाएं और स्मरण.’
भूटान के इस सर्वोच्च प्रतिनिधिमंडल ने बाद में सरदार सरोवर बांध का भी दौरा किया. यहां सरदार झील के कारण गुजरात राज्य में पानी की समस्या के समाधान का विवरण दिया गया. इसके बाद भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे को मानसर से विदाई दी गई.
इस यात्रा के दौरान राज्य मंत्री जगदीश भाई विश्वकर्मा, भूटान में भारतीय राजदूत सुधाकर दलेला, भारत में भूटान के राजदूत मेजर जनरल वेत्सोप नामग्याल, विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव अनुराग श्रीवास्तव, एमओयू के प्रमुख मुकेश पुरी, कलेक्टर श्वेता तेवतिया, सीईओ उदित अग्रवाल, जिला विकास अधिकारी अंकित पन्नू, पुलिस अधीक्षक प्रशांत सुंबे उपस्थित थे.
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एससीएच/