बांग्लादेशी नेताओं के बयान से संकेत साफ, वो भारत के पूर्वोत्तर को अस्थिर करना चाहते हैं: टिपरा मोथा पार्टी प्रमुख

अगरतला, 12 अप्रैल . टिपरा मोथा पार्टी (टीएमपी) के सुप्रीमो प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देबबर्मा ने शुक्रवार को कहा कि बांग्लादेश के कुछ नेताओं और कार्यवाहक सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस द्वारा दिए गए बयान इस बात का संकेत हैं कि वे ‘भारत के पूर्वोत्तर को फिर से अस्थिर करना चाहते हैं’.

नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी) संगठन के आत्मसमर्पण करने वाले कैडरों की एक बैठक को संबोधित करते हुए देबबर्मा ने कहा कि यूनुस सहित बांग्लादेश के कुछ नेताओं द्वारा दिए गए बयान इस बात का संकेत हैं कि वे पूर्वोत्तर भारत को फिर से अस्थिर करना चाहते हैं.

उन्होंने यह भी कहा कि राजनीतिक नेताओं और भारत सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि पाकिस्तान और उसकी एजेंसियों को स्थिति का फायदा उठाकर अशांति पैदा करने की अनुमति न दी जाए.

उन्होंने कहा, “नेताओं और भारत सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम उन तत्वों को रोकें जो आईएसआई (इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस) के माध्यम से हिंसा को प्रायोजित करना चाहते हैं. इससे हमारे लोगों को कोई मदद नहीं मिलेगी और इसलिए हमें वह सब कुछ करना चाहिए जिससे पूर्वोत्तर के लोग शांति और सुकून के साथ जीवन जी सकें.”

टीएमपी सुप्रीमो ने बांग्लादेश को चेतावनी दी और दावा किया कि पाकिस्तान की आईएसआई के समर्थन से, वह पूर्वोत्तर भारत में बेरोजगार युवाओं का शोषण करके क्षेत्र को अस्थिर करने का प्रयास कर सकता है.

इससे पहले मोहम्मद यूनुस ने सात पूर्वोत्तर राज्यों को लेकर विवादास्पद टिप्पणी की थी. उन्होंने इन राज्यों को “चीनी अर्थव्यवस्था का विस्तार” कहा था. यूनुस की इस टिप्पणी पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और टीएमपी प्रमुख प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देबबर्मा सहित भारतीय राजनेताओं ने सख्त ऐतराज जताया था.

देबबर्मा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था: “प्रद्योत माणिक्य बांग्लादेश को चुनौती देते हैं कि वो पूर्वोत्तर भारत के समुद्र तक पहुंच कर दिखाएं.” टीएमपी प्रमुख ने कहा, “इंजीनियरिंग चुनौतियों पर अरबों रुपये खर्च करने के बजाय हमें बांग्लादेश को तोड़कर अपनी समुद्री पहुंच सुनिश्चित करनी चाहिए. चटगांव हिल ट्रैक्ट्स में जो जनजातीय समुदाय बसे हैं, वे 1947 से ही भारत के साथ रहना चाहते थे. लाखों त्रिपुरी, गारो, खासी और चकमा लोग आज भी बांग्लादेश में बुरी स्थिति में रह रहे हैं. हमें अपने राष्ट्रीय हित और उनके कल्याण के लिए इस मुद्दे का उपयोग करना चाहिए.”

यूनुस का चीन यात्रा के दौरान एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने चीनी अर्थव्यवस्था के विस्तार की वकालत की. उन्होंने न सिर्फ पूर्वोत्तर राज्यों को एक लैंडलॉक्ड बताया बल्कि उन्होंने कहा कि इस रीजन में मौजूद समुद्र का बांग्लादेश एकमात्र गार्डियन है.

केआर/