कुरुक्षेत्र, 27 अप्रैल . पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले को अमानवीय करार देते हुए इसे कश्मीर की अर्थव्यवस्था और पर्यटन के लिए बड़ा झटका बताया.
चौधरी वीरेंद्र सिंह ने रविवार को कहा कि कश्मीर की आर्थिक स्थिति में पर्यटन का सबसे बड़ा योगदान है, और इस तरह की घटनाएं न केवल चिंताजनक हैं, बल्कि क्षेत्र की छवि को भी प्रभावित करती हैं. हालांकि, उन्होंने इस बात पर संतोष जताया कि इस घटना के बाद देश एकजुट हुआ और कश्मीर की जनता में यह भावना जगी है कि वे भारत का अभिन्न हिस्सा हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा, “पहलगाम में जो हुआ, वह बेहद अमानवीय घटना थी. यह इसलिए भी चिंताजनक है कि कश्मीर की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का बहुत बड़ा योगदान है. इस तरह की घटनाएं पहले कभी इस स्तर पर नहीं हुईं. लेकिन सकारात्मक पक्ष यह है कि कश्मीरी जनता अब यह मानती है कि वे इस देश का हिस्सा हैं. पहले कश्मीर को लेकर जो चिंताएं थीं, वे अब खत्म हो रही हैं. कश्मीरी जनता के मन में यह भावना जागी है कि हमारा देश मजबूत होगा, तभी हमारी अर्थव्यवस्था और हमारा अस्तित्व सुरक्षित रहेगा. कश्मीर की जनता अब भारत के साथ एकजुटता महसूस करती है, जो देश की एकता के लिए एक सकारात्मक संदेश है.”
चौधरी वीरेंद्र सिंह ने हरियाणा में कांग्रेस की संगठनात्मक गतिविधियों पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि हरियाणा में संगठन बनाने की प्रक्रिया तेज हो रही है और अहमदाबाद में हुए पार्टी अधिवेशन के बाद नई पीढ़ी की भागीदारी बढ़ाने पर विशेष जोर दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने 40 दिन का एक विशेष कार्यक्रम शुरू करने का फैसला किया है, जिसके तहत जिला, विधानसभा और ब्लॉक स्तर पर कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों से संपर्क करेंगे.
उन्होंने कहा, “हरियाणा ऐसा राज्य है, जिसमें 10-12 साल से संगठन नहीं है. बाकी राज्यों में ऐसी स्थिति नहीं हैं. हरियाणा में भी संगठन बनाने की प्रक्रिया तेज हुई है. हरियाणा में संगठनात्मक ढांचा मजबूत करने के लिए हमने रणनीति बनाई है. 40 दिन के कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ता जिला स्तर, विधानसभा स्तर और ब्लॉक स्तर पर सक्रिय रहेंगे. हमारा लक्ष्य है कि कार्यकर्ता घर-घर जाकर जनता से सीधा संवाद करें. यह कांग्रेस को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा. मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से मैं अपील करता हूं कि वे इस अभियान में पूरी सक्रियता के साथ भाग लें ताकि कांग्रेस जन-जन तक अपनी बात पहुंचा सके.”
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एकेएस/एकेजे