रायपुर, 28 जून . बीजापुर में 13 हार्डकोर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया. छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इसका श्रेय उन योजनाओं को दिया जिनकी मदद से प्रदेश में बदलाव की बयार बहने लगी.
शर्मा ने कहा, “यह आत्मसमर्पण प्रदेश सरकार की ‘आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति-2025’ और ‘नियद नेल्ला नार योजना’ की सफलता का प्रत्यक्ष प्रमाण है, जिससे नक्सल प्रभावित इलाकों में विश्वास और बदलाव की नई बयार बह रही है. प्रदेश में कानून-व्यवस्था है और कानून का राज है. पूर्व की सरकारों में पुलिस के मनोबल को तोड़ने का काम किया गया था. अब हमारी सरकार उस बिगड़ी व्यवस्था में सुधार ला रही है.”
वहीं, मल्लिकार्जुन खड़गे के छत्तीसगढ़ आगमन को लेकर भी डिप्टी सीएम से सवाल किया गया. दरअसल, प्रदेश कांग्रेस कमिटी खड़गे के दौरे को ‘संजीवनी’ की तरह प्रोजेक्ट कर रही है. जब इस पर डिप्टी सीएम से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, “खड़गे सनातन परंपरा का अपमान करते हैं और इसीलिए मैं उनकी आलोचना भी करता हूं. उनके आने से कोई लाभ नहीं होने वाला है. छत्तीसगढ़ की जनता उनका स्वागत नहीं करने वाली है. जहां तक बात है कांग्रेस में संजीवनी की तो कांग्रेस के नेता बेहतर जानते हैं कि उन्हें संजीवनी मिलेगी या नहीं. अब उनके आने से भविष्य क्या होगा, इसके बारे में मैं क्या कह सकता हूं.”
छत्तीसगढ़ में पहली बार भाजपा बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन करने वाली है. तीन दिवसीय कार्यक्रम 7 से 9 जुलाई तक चलेगा. कांग्रेस इसे टूरिज्म कह रही है. इस पर विजय शर्मा ने कहा, “कांग्रेस को लगता है कि उन्होंने सब कुछ पढ़ लिया है. प्रशिक्षण शिविर समय-समय पर संगठन की मजबूती के लिए लगाए जाते हैं. अगर वो इसे टूरिज्म कह रहे हैं, तो वो उनकी सोच है. लेकिन, कांग्रेस को पिछली सरकारों में हुए कोयला घोटाले को लेकर चिंता करने की जरूरत है. शराब घोटाले सहित कई घोटालों के बारे में चिंता करनी चाहिए.”
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डीकेएम/केआर