रांची, 6 अप्रैल . रामनवमी पर झारखंड के रांची, हजारीबाग, जमशेदपुर, बोकारो सहित तमाम शहरों और गांवों में हनुमान ध्वज-पताकाओं और मनोहारी झांकियों के साथ विशाल शोभायात्राएं निकाली गईं. ज्यादातर जगहों पर देर रात तक यह सिलसिला जारी रहेगा.
झारखंड में हजारीबाग शहर की रामनवमी सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है, जहां शोभायात्रा मंगलवार शाम तक जारी रहेगी. इस दौरान लाखों की तादाद में लोग शोभायात्राओं के मार्गों पर जमे रहेंगे. यहां निकाली जानी वाली सैकड़ों झांकियों का कारवां देखने के लिए झारखंड सहित कई राज्यों से लोग पहुंचे हैं. हजारीबाग में रामनवमी शोभायात्रा का यह 107वां वर्ष है.
रांची में रामनवमी की पूर्व संध्या पर शनिवार को विविध झांकियों के साथ निकली शोभायात्रा के समापन के बाद रविवार दोपहर बाद ध्वज-पताकाओं और गाजे-बाजे के साथ निकाले गए जुलूस में तीन लाख से भी ज्यादा लोग शामिल हैं. शहर की तमाम सड़कों के दोनों ओर लाखों ध्वज लगाए गए हैं. शहर और आसपास के 1,700 से भी ज्यादा अखाड़ों से निकाले गए अलग-अलग जुलूस का समागम रांची के प्रसिद्ध महावीर चौक पर हुआ. शोभा यात्रा पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई.
रक्षा राज्य मंत्री और रांची के सांसद संजय सेठ सहित कई प्रमुख लोग भी शोभायात्रा में शामिल रहे. इस दौरान शहर से लेकर गांवों तक सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था रही. विभिन्न अखाड़े के लोगों ने अस्त्र-शस्त्र परिचालन का शानदार प्रदर्शन किया. विशाल ध्वज शोभायात्रा के आकर्षण रहे. सैकड़ों मीटर लंबे कई ध्वज जब लहराए गए तो पूरा शहर जय श्रीराम के नारों से गूंज उठा. दस किलोमीटर से भी ज्यादा लंबे मार्ग से गुजरती हुई विशाल शोभायात्रा डोरंडा के प्राचीन तपोवन मंदिर पहुंचेगी.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी तपोवन मंदिर में शाम को पूजा-अर्चना की और शोभायात्रा में शामिल लोगों को पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दीं. जमशेदपुर, बोकारो, धनबाद, चतरा, गिरिडीह, देवघर, पलामू, लातेहार, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, कोडरमा, रामगढ़, चाईबासा, सरायकेला-खरसावां, दुमका, गोड्डा, पाकुड़, साहिबगंज सहित कई शहरों में भी शोभायात्राएं निकाली गईं.
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एसएनसी/एकेजे