सफाई कर्मियों का परिश्रम ही स्वच्छ उत्तर प्रदेश की पहचान: एके शर्मा

लखनऊ, 6 जुलाई . उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि सफाई कर्मियों की कठिन परिश्रम और निष्ठा के कारण प्रदेश के 762 नगरीय निकायों में स्वच्छता व्यवस्था आज राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर सराही जा रही है.

उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ और जी-20 जैसे अंतरराष्ट्रीय आयोजनों के दौरान उत्तर प्रदेश की सफाई व्यवस्था को जो सराहना मिली, उसका श्रेय इन समर्पित सफाई कर्मियों को जाता है.

रविवार को लखनऊ स्थित रविंद्रालय सभागार में आयोजित ‘दलित समाज चिंतन सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए मंत्री एके शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत सफाई कार्य को गरिमा और सुरक्षा प्रदान की गई है. अब किसी सफाई कर्मी को सीवर में नहीं उतरना पड़ता है. मशीनों के माध्यम से सफाई की जा रही है. हमने मैनहोल को मशीनहोल बना दिया है.

उन्होंने स्पष्ट किया कि नगर विकास मंत्री के रूप में वे स्वयं को प्रदेश का ‘सबसे बड़ा सफाई कर्मी’ मानते हैं और सफाईकर्मियों के शोषण को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. अगर कोई व्यक्ति या ठेकेदार सफाईकर्मियों को आर्थिक या मानवीय हानि पहुंचाता है तो उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी.

मंत्री एके शर्मा ने सफाईकर्मियों से अपील की कि वे बिना सुरक्षा उपकरणों के खतरनाक कार्यों में संलिप्त न हों और आधुनिक तकनीक का प्रयोग करें.

उन्होंने कहा कि वाल्मीकि, मुसहर, स्वच्छकार और धनुक समाज उनके अपने परिवार की तरह हैं और वे हर अवसर पर उनके कार्यों को सार्वजनिक रूप से सम्मान देते आए हैं. उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ के दौरान भारत की आधी जनसंख्या के बराबर श्रद्धालु आए थे और वहां की सफाई व्यवस्था का दायित्व इन्हीं सफाई कर्मियों पर था, जिन्होंने उसे पूरी सफलता के साथ निभाया.

सम्मेलन में मंत्री एके शर्मा ने समाज सुधारकों की भूमिका को भी रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मीकि की प्रतिष्ठा सनातन समाज में अत्यंत उच्च है और उनकी शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं. सनातन व्यवस्था में सभी वर्गों को समान अधिकार और सम्मान प्राप्त था, जिसे बाद के विदेशी शासनकाल में जातिगत भेदभाव द्वारा खंडित किया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसी मूल भावना को फिर से स्थापित करने के लिए प्रयासरत हैं.

कार्यक्रम में वाल्मीकि महापंचायत द्वारा सफाई कर्मियों से संबंधित सात सूत्रीय ज्ञापन मंत्री को सौंपा गया. इसमें वेतन विसंगति, जीपीएफ, सेवा सुरक्षा, न्यूनतम वेतन गारंटी और संविदा कर्मियों के शोषण से संबंधित मुद्दे शामिल थे. मंत्री एके शर्मा ने ज्ञापन पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया.

उन्होंने कहा कि सभी नगर निकायों में एक विशेष सेल गठित किया जाएगा, जो सफाईकर्मियों को सरकार की विभिन्न योजनाओं जैसे रसोई गैस, आवास, शौचालय, राशन, आयुष्मान कार्ड, पेंशन और कन्या विवाह योजना आदि का लाभ दिलाने में सहायता करेगा. उन्होंने बताया कि सफाई व्यवस्था के संचालन हेतु प्रतिदिन सुबह 5 से 8 बजे तक नियमित सफाई सुनिश्चित की गई है, जिसमें महिला सफाई कर्मियों को विशेष परिस्थितियों में छूट भी दी गई है.

विकेटी/एकेएस/डीएससी