तिब्बत की महान ऐतिहासिक छलांग शांतिपूर्ण मुक्ति से शुरू

बीजिंग, 9 सितंबर . सन 1951 में हुई शीत्सांग यानी कि तिब्बत की शांतिपूर्ण मुक्ति ने तिब्बत के सामंती दासता वाले समाज से आधुनिक समाजवादी समाज में परिवर्तन की शुरुआत की थी. यह चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ही थी जिसने तिब्बत को अर्ध-औपनिवेशिक, अर्ध-सामंती दासता वाले समाज से मुक्त कराया और इसे एक समाजवादी समाज में परिवर्तित किया. चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में तिब्बत के विकास में अभूतपूर्व प्रगतियां प्राप्त की गईं. हर साल 28 मार्च तथा 9 सितंबर को तिब्बती लोग दस लाख दासों के मुक्ति दिवस तथा स्वायत्त प्रदेश की स्थापना का स्मरण करते हैं. शांतिपूर्ण मुक्ति से तिब्बती लोगों को नए समाजवादी तिब्बत के निर्माण की भौतिक और आध्यात्मिक बाधाओं से मुक्त होने का अवसर मिला.

उधर, तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की स्थापना चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की जातीय नीति की एक ऐतिहासिक उपलब्धि है. 1965 में तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की स्थापना के बाद से पिछले 60 वर्षों में तिब्बती इतिहास में सबसे आश्चर्यजनक विकास और प्रगति देखी गई है. चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में, तिब्बत एक सामंती धर्मतंत्र से स्थिरता, समृद्धि, लोकतंत्र और व्यापक मानवाधिकार संरक्षण की विशेषता वाले एक आधुनिक समाज में परिवर्तित हो गया है. तिब्बत की यात्रा करने वाले कई विदेशी पर्यटकों ने तिब्बती लोगों के शांतिपूर्ण और समृद्ध जीवन और संपन्न समाज को प्रत्यक्ष रूप से देख लिया है. आज तिब्बती शहरों का आधुनिक स्वरूप देश के भीतरी इलाकों के दूसरे शहरों से अप्रभेद्य है, और तिब्बती निवासी भी देश के अन्य हिस्सों के लोगों की तरह आधुनिक जीवन की सुख-सुविधाओं का आनंद लेते रहते हैं. 2012 से 2024 तक, तिब्बत ने सड़क परिवहन में 401.9 बिलियन युआन से अधिक अचल संपत्ति निवेश पूरा किया, परिचालन रेलवे माइलेज को लगभग दोगुना कर दिया, और तिब्बत के साथ देश के दूसरे शहरों के साथ जोड़ने के कई नये हवाई मार्गों को खोल दिया.

चीन के विभिन्न राज्यों में तिब्बत ने सर्वप्रथम तौर पर 15 साल की मुफ्त शिक्षा लागू की है और किशोरों व युवाओं की नामांकन दर लगभग 100% है. तिब्बत की चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं में भी उल्लेखनीय प्रगति हुई है, 2021 में तिब्बत में औसत जीवन प्रत्याशा बढ़कर 72.19 वर्ष हो गई है. तिब्बत में आम लोगों की बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच है, और ल्हासा के अस्पताल अंग प्रत्यारोपण जैसी बड़ी सर्जरी भी कर सकते हैं. हालांकि, तिब्बत का विकास और प्रगति लोकतांत्रिक शासन की समावेशिता और व्यापक भागीदारी में अधिक स्पष्ट है. तिब्बती जन प्रतिनिधि सभाओं के 89.2 प्रतिशत प्रतिनिधि तिब्बती और अन्य जातीय अल्पसंख्यकों के प्रतिनिधि हैं, जो तिब्बती स्वायत्त प्रदेश के सभी मामलों को समान अधिकारों के आधार पर प्रभावी ढंग से संचालित करते हैं. राजनीतिक प्रगति लोगों के जीवन में मूलभूत सुधार पर आधारित है. 2019 के अंत तक, तिब्बत के सभी गरीब लोगों को गरीबी से बाहर निकाला जा चुका. तिब्बत का सांस्कृतिक कार्यों का विकास फल-फूल रहा है, और केंद्र सरकार और तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की सरकार ने तिब्बत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की वस्तुओं के संरक्षण में विशेष धनराशि का भारी निवेश किया है.

वर्षों से, कुछ पश्चिमी राजनेताओं और मीडिया ने तिब्बत में मानवाधिकारों के मुद्दों के माध्यम से चीन को कलंकित करने का प्रयास किया. लेकिन, जिस “शांगरी-ला” की वे कल्पना करते हैं, वह एक साहित्यिक कल्पना है और वास्तव में कभी अस्तित्व में नहीं थी. सिर्फ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में ही पुराने तिब्बती शासकों द्वारा लोगों पर किए गए अत्याचार और उत्पीड़न को समाप्त किया गया. आज तिब्बत एक समृद्ध, स्थिर और पूरी तरह से खुला समाज है. तिब्बत में सभी जातीय समूहों के लोग अपनी प्रगति के लिए साथ-साथ प्रयास कर रहे हैं और आधुनिक आर्थिक विकास के लाभों को साझा कर रहे हैं. भविष्य में तिब्बत देश के दूसरे क्षेत्रों के साथ-साथ एक अत्यधिक विकसित और समृद्ध समाज में प्रवेश करेगा.

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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