
बिहार में सरकार तालाबों में मछली पालन जैसी गतिविधियों को बढ़ावा देकर ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों की मदद कर रही है. वे लोगों को इन व्यवसायों को शुरू करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए इनाम के रूप में पैसे दे रहे हैं. सरकार की इस योजना का लाभ किसानों को सीधे तौर पर प्राप्त होगा.
सरकार इस योजना में खर्च होने वाली रकम पर सब्सिडी की रकम को किसानों के खाते में डीबीटी के माध्यम से उनके खातों में डालेगी जिससे की उनको इसका पूरा लाभ मिल सके.
सरकार के पास तालाब मत्स्य पालन विशेष सहायता योजना एक विशेष कार्यक्रम है, जो अनुसूचित जाति/जनजाति और अत्यंत पिछड़े वर्ग जैसे विशिष्ट समूहों का हिस्सा लोगों को अपने स्वयं के मछली फार्म स्थापित करने में मदद करता है.
सरकार तालाब बनाने, पंप लगाने और मछलियों के लिए आश्रय बनाने जैसी चीजों में मदद के लिए पैसे देती है. यह कार्यक्रम न केवल लोगों को आजीविका कमाने और खाने के लिए पर्याप्त भोजन उपलब्ध कराने में मदद करता है.
बल्कि यह उन्हें नौकरी पाने और पैसा कमाने का मौका भी देता है. इस कार्यक्रम के लिए आवेदन करने के लिए लोग 30 अगस्त तक ऑनलाइन जाकर एक फॉर्म भर सकते हैं.
सरकार आवेदनों की समीक्षा करेगी और अर्हता प्राप्त करने वाले लोगों का चयन करेगी. सरकार इन चयनित लोगों को अपना मछली फार्म स्थापित करने की लागत पर बड़ी छूट देगी, लेकिन फिर भी उन्हें कुछ पैसे खुद चुकाने होंगे या बैंक से ऋण लेना होगा.
यह कार्यक्रम बिहार के सभी किसानों के लिए उपलब्ध है, और सरकार ने तालाब कितना बड़ा हो सकता है, इसकी एक सीमा निर्धारित की है. सरकार यह चुनेगी कि कार्यक्रम किसे मिलेगा, यह उनकी पात्रता और आवश्यकता के आधार पर होगा.
यदि लोग अधिक जानकारी चाहते हैं या आवेदन करने में सहायता चाहते हैं, तो वे टोल-फ्री नंबर 1800-245-6185 पर कॉल कर सकते हैं.