हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पहला काम जातीय जनगणना : सचिन पायलट

रेवाड़ी, 22 सितंबर . हरियाणा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश में सभी राजनीतिक दल के नेताओं का जमावड़ा लगा हुआ है. इसी सिलसिले में राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम एवं कांग्रेस के दिग्गज नेता सचिन पायलट भी रविवार को रेवाड़ी पहुंचे. रेवाड़ी में कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में उन्होंने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद पहला काम जातीय जनगणना कराना होगा.

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने रेवाड़ी विधानसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी चिरंजीव राव के पक्ष में चुनाव प्रचार किया. जहां, कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अंदर उत्साह देखने को मिला. पायलट को पगड़ी और माला पहनाकर सभी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. उन्होंने क्षेत्र में विशाल जनसभा को भी संबोधित किया.

पत्रकारों से बात करते हुए सचिन पायलट ने कहा, “सभी लोगों का समर्थन मिल रहा है. यहां के लोगों में जैसा उत्साह और उमंग है, लोग बदलाव चाहते हैं. हरियाणा की जनता ने 10 साल का समय भाजपा को दिया. केंद्र और प्रदेश में भाजपा के डबल इंजन की सरकार थी, लेकिन वह पूरी तरह से फेल हो चुकी है. ऐसे में अब बदलाव होगा और अगर सारे रिकॉर्ड टूट जाते हैं तो कोई हैरानी वाली बात नहीं होगी.”

कांग्रेस नेता ने जातीय जनगणना को जरूरी बताते हुए कहा कि हमने वादा किया है कि सरकार बनने के बाद पहला काम जातीय जनगणना का होगा.

भाजपा पर निशाना साधते हुए सचिन पायलट ने कहा, 9 साल तक मनोहर लाल प्रदेश के मुख्यमंत्री बने रहे, क्या कारण रहा की उनको यहां से हटाना पड़ा. लोकसभा चुनाव में हरियाणा के 10 सीटों में से कांग्रेस ने पांच सीट जीते हैं. यह एहसास कराता है कि आने वाले समय में जनता का मूड कैसा रहेगा?

कांग्रेस पार्टी के गुटबाजी को गलत बताते हुए पायलट ने कहा, कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व का पूरा विश्वास हमारे कार्यकर्ताओं पर है. पार्टी सभी नेताओं को साथ लेकर चल रही है. भाजपा जितनी भी कोशिश कर ले, लेकिन हमारी पार्टी में एकजुटता रहेगी. सभी मिलकर चुनाव लड़ेंगे और कांग्रेस पार्टी का प्रचंड बहुमत इस चुनाव में दिखने वाला है.

बता दें कि हरियाणा में नई सरकार के गठन के लिए प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं. सूबे में सभी सीटों के लिए एक ही चरण में पांच अक्टूबर को मतदान होना है. वहीं अक्टूबर को इसकी मतगणना की जाएगी.

एससीएच/जीकेटी