मुंबई, 23 अगस्त . फिल्म ‘थंगालान’ को लेकर निर्माता के. ई. ज्ञानवेल राजा ने कहा कि यह फिल्म पौराणिक कथाओं से काफी प्रभावित है और हमारा इरादा कुछ अलग करने का था.
फिल्म की शैली के बारे में निर्माता ने कहा, “थंगालान के साथ, हमारा इरादा ‘रहस्यमय यथार्थवाद’ (मिस्टिकल रियलिज्म) की उप-शैली बनाकर नई चीज खाेजना था. यह फिल्म पौराणिक कथाओं से काफी प्रभावित है. हमने इन तत्वों को एक वास्तविक कहानी के साथ मिलाकर कुछ ऐसा बनाया गया है, जिससे दर्शक गहराई से जुड़ सकें.”
यह हमारे लिए नया प्रयास है. दर्शकों ने इससे पहले ऐसा कुछ अनुभव नहीं किया है. इस प्रयोग का नेतृत्व करने के लिए पा रंजीत और विक्रम से बेहतर कौन हो सकता है. वे सीमाओं को आगे बढ़ाने और लगातार कुछ नया पेश करने में माहिर हैं.
“थंगालान” एक वास्तविक कहानी पर आधारित है, जिसमें हमारी पौराणिक कथाओं के रहस्यमय तत्वों को बुना गया है. फिल्म में चियान विक्रम ने थंगालान मुनि, कादइयां, थंगालान के परदादा, अरासन “आरण”, आदि मुनि और नागा मुनि भूमिकाओं में हैं.
फिल्म में मालविका मोहनन भी हैं जिन्होंने आरती का किरदार निभाया है. पा. रंजीत द्वारा निर्देशित ‘थंगालन’ 15 अगस्त को हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और मलयालम में रिलीज हुई थी. फिल्म का संगीत जी.वी. प्रकाश कुमार ने दिया है.
विक्रम ने तमिल और मलयालम फिल्मों में काम किया है. भारतीय हस्तियों की कमाई के आधार पर विक्रम को 2016 और 2018 के लिए फोर्ब्स इंडिया सेलिब्रिटी 100 की सूची में शामिल किया गया था.
विक्रम ने 1990 में रोमांटिक फिल्म “एन कधल कनमनी” से अपनी शुरुआत की. बाद में उन्हें “सेतु”, “ढिल”, “जेमिनी”, “धूल”, “सामी”, “अन्नियन”, “रावणन”, “देवा थिरुमगल”, “इरु मुगन”, “कासी”, “समुराई”, “पीथमगन” और महाकाव्य ऐतिहासिक नाटक “पोन्नियिन सेलवन: I” और “पोन्नियिन सेलवन: II” जैसी फिल्मों में देखा गया.
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एमकेएस/