रुंधे गले से शहीद जवान के पिता बोले, वो पूरे परिवार की उठा रहा था जिम्मेदारी

अखनूर, 12 फरवरी . जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में एलओसी (लाइन ऑफ कंट्रोल) के पास हुए एक आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) ब्लास्ट में शहीद जवान मुकेश सिंह के पिता का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि मेरा बेटा पूरे परिवार की जिम्मेदारी उठा रहा था.

शहीद जवान के पिता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मेरा बेटा मुकेश सिंह 11 साल से सेना में था. वो परिवार का सबसे बड़ा बेटा था और पूरे परिवार की जिम्मेदारी उठा रहा था. उसकी शादी भी अप्रैल में होने वाली थी.

जवान के पिता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सीओ साहब का फोन आया था, तो उन्होंने हमें बताया कि आपके बेटे की हालत गंभीर है. हम उसे अस्पताल में भर्ती करवा रहे हैं. इसके बाद हमने कहा कि हम आएंगे, तो उन्होंने कहा कि आप मत आइए, क्योंकि अस्पताल वालों का पता नहीं है कि वो आपके बेटे को कहां पर रेफर कर दें, इसलिए आपके लिए यह ठीक रहेगा कि आप न आएं. फोन पर हमें कहा गया कि रात हो रही है. अभी आना आपके लिए ठीक नहीं रहेगा. आप कोशिश कीजिए कि सुबह आएं.

उन्होंने कहा कि मेरे बेटे को बचपन से ही आर्मी में जाने का शौक था. आर्मी में जाने के बाद उसकी पोस्टिंग कई जगहों पर हुई.

जवान के परिवार का कहना है कि पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाया जाए.

बता दें कि जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में मंगलवार को एलओसी (लाइन ऑफ कंट्रोल) के पास हुए एक आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) ब्लास्ट में भारतीय सेना के दो जवान शहीद हो गए. शहीद जवानों में कैप्टन करमजीत सिंह और नायक मुकेश सिंह शामिल हैं, जबकि एक अन्य जवान घायल हो गया है. घायल जवान को सेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया.

यह धमाका आतंकियों की साजिश बताई जा रही है. अधिकारियों के अनुसार, जब यह धमाका हुआ, भारतीय सेना के जवान एलओसी के पास गश्त ड्यूटी पर थे. यह घटना मंगलवार दोपहर लगभग 3:50 बजे भट्टल इलाके के लालेयाली पोस्ट के पास हुई. आशंका जताई जा रही है कि आतंकियों ने आईईडी लगाया था.

मुकेश सिंह जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले के बर्री कमीला गांव के निवासी थे. उनके परिवार में शोक का माहौल है.

एसएचके/