Lucknow, 18 जून . उत्तर प्रदेश में किसानों की आय दोगुनी करने और कृषि को आधुनिक तकनीकों से जोड़ने की दिशा में योगी Government ने एक और बड़ा कदम उठाया है. अब राज्य के किसान ड्रोन तकनीक से फसल सुरक्षा कर रहे हैं. राजधानी Lucknow समेत छह जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत ड्रोन से नैनो यूरिया और कीटनाशकों का छिड़काव शुरू कर दिया गया है.
इस पहल से एक घंटे में तीन से बारह एकड़ तक के क्षेत्रफल में फसलों पर प्रभावी ढंग से छिड़काव किया जा रहा है. इससे न केवल फसल उत्पादन में वृद्धि होगी, बल्कि किसानों को कम समय में अधिक लाभ मिलेगा.
योगी Government आत्मनिर्भर कृषक समन्वित विकास योजना और एग्री इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (एआईएफ) जैसी योजनाओं के जरिए किसानों की आमदनी बढ़ाने के प्रयास कर रही है.
फिलहाल प्रदेश में कुल नौ ड्रोन प्रोजेक्ट तैयार किए गए हैं. इनमें गोरखपुर, बहराइच और मुजफ्फरनगर में दो-दो, जबकि Lucknow, गाजियाबाद और Kanpur नगर में एक-एक प्रोजेक्ट की शुरुआत हो चुकी है.
ड्रोन के माध्यम से किसानों को टेक्निकल ट्रेनिंग भी दी जा रही है, जिससे वे आधुनिक कृषि पद्धतियों को सहजता से अपना सकें. योगी Government की योजना है कि इस प्रणाली को जल्द ही अन्य जिलों में भी लागू किया जाए, जिससे पूरे प्रदेश में कृषि क्षेत्र को तकनीकी रूप से सशक्त बनाया जा सके.
ड्रोन से खेती की निगरानी और दवा छिड़काव किया जा रहा है. फसलों की समय रहते निगरानी और नैनो यूरिया व कीटनाशकों का सटीक छिड़काव संभव हो पा रहा है. एक घंटे में 12 एकड़ तक एरिया कवर किया जा रहा है. आधुनिक ड्रोन तकनीक से कम समय में बड़े क्षेत्रफल पर प्रभावी छिड़काव संभव हो पाया है.
इसके साथ ही किसानों को तकनीकी प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. ड्रोन चलाने के साथ ही आधुनिक कृषि पद्धतियों की जानकारी किसानों को दी जा रही है. अभी छह जिलों में शुरू इस परियोजना के जल्द ही अन्य जिलों में भी विस्तार की तैयारी है.
स्मार्ट एग्रीकल्चर की ओर यूपी Government का यह मजबूत कदम है. ड्रोन तकनीक के इस नवाचार से उत्तर प्रदेश में कृषि क्षेत्र को नई दिशा मिलने की उम्मीद है. वैज्ञानिक पद्धति पर आधारित यह पहल आने वाले समय में किसानों के लिए वरदान साबित हो सकती है.
–
एसके/एबीएम