जम्मू-कश्मीर : शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को अनुकंपा के आधार पर मिली नौकरी

जम्मू, 7 अप्रैल . केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह जम्मू दौरे के दौरान राजभवन में शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों से मिले और अनुकंपा के आधार पर चयनित कुछ जवानों को नियुक्ति पत्र सौंपा. नियुक्ति पत्र पाकर परिवारजनों ने खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि सरकार ने अपना वादा तय समय सीमा में निभाया.

शहीद शशि अबरोल की पत्नी रुचि अबरोल ने समाचार एजेंसी से कहा, “केंद्र सरकार काे मैं तहे दिल से धन्यवाद देना चाहूंगी. उन्होंने जो वादा किया, उसे तय समय सीमा के अंदर निभाया. नौकरी के लिए कोई परेशानी नहीं हुई.”

उन्होंने कहा, “आतंकवादी घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं, इसे रोकना पड़ेगा. आतंकवाद के कारण हम जैसे आम लोगों को बहुत नुकसान उठाना पड़ रहा है. किसी एक के शहीद होने से उनसे जुड़ी हुई पूरी फैमिली खत्म हो जाती है. ऐसी दरिंदगी और दहशत नहीं फैलाना चाहिए.”

शहीद बलविंदर सिंह की पत्नी रंजना ने कहा, “उनके पति मोर्चे पर कई आतंकियों से लड़ रहे थे. दो को उन्होंने मार गिराया. ड्यूटी के दौरान उन्होंने अपनी पूरी मैगजीन खाली कर दी. उन्होंने मातृभूमि की रक्षा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया.”

शहीद जसवंत सिंह के परिवार ने कहा कि जब जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल उनके घर आए थे, तो हमारे सामने प्रस्ताव रखा था कि मेरे बेटे के लिए पोस्ट होल्ड रखी जाए. इसके साथ ही मेरे दूसरे बेटे को भी किसी भी फील्ड में जाने के लिए पूरी छूट दी जाए. उन्होंने उस आश्वासन को पूरा किया. हम देश के गृह मंत्री से भी मिले.

बता दें केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रविवार शाम जम्मू पहुंचे. वहीं, इलाके में शांति बहाल करने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस की तारीफ करते हुए उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा, “जम्मू-कश्मीर की शांति और सुरक्षा में जम्मू-कश्मीर पुलिस सराहनीय भूमिका निभा रही है. सोमवार को जम्मू राजभवन में जम्मू-कश्मीर पुलिस के वीर शहीदों के परिजनों से संवाद कर उन्हें अनुकंपा नियुक्ति पत्र सौंपे. जम्मू-कश्मीर को सुरक्षित, शांत और स्थिर बनाने में अपना बलिदान देने वाले अमर जवानों को नमन करता हूं. वीर सुरक्षाकर्मियों के त्याग और बलिदान का देश सदा ऋणी रहेगा.”

एससीएच/